लखनऊ। मायावती सरकार ने एक बार फिर केंद्र सरकार को ललकारा है। कांग्रेस उत्तर प्रदेश में बढ़ते हुए अपराधों के खिलाफ राजधानी में न्याय यात्रा निकाल रही थी। मायावती ने प्रदेश में कांग्रेस को न्याय यात्रा निकालने की इजाजत नहीं दी है। कांग्रेस के इस आंदोलन को रोकने के लिए यूपी सरकार ने धारा 144 लगाकर निषेधाज्ञा लागू कर दिया गया है। लखनऊ के जिलाधिकारी अनिल कुमार सागर ने कहा कि रैली से शहर की शांति व्यवस्था भंग होने का खतरा था। उसके पहले मायावती ने रविवार को ही महाराष्ट्र में न्याय यात्रा न निकाले दिए जाने की घोषणा कर दी थी।
मायावती गोरेगांव में बसपा की एक रैली में कांग्रेस पर खूब गरजीं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस बसपा के सामने टिक नहीं पा रही है। जिस वजह से वह इस तरह की चीजों का सहारा ले रही है। जिससे कानून व्यवस्था बिगड़ने का डर है। कांग्रेस डॉ. सचान हत्याकांड और प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों के विरोध में न्याय यात्रा निकालकर रैली करने वाली थीं। चौतरफा हमला झेल रही मायावती खुद को इस तरह घिरता देख बुरी तरह घबराई हुई हैं। कहीं जनता इस रैली के माध्यम से कांग्रेस के साथ न जुड़ जाए इसलिए उन्होंने इस रैली पर ही रोक लगा दी।
दूसरी तरफ कांग्रेस ने धारा 144 लागू किए जाने की निंदा करते हुए कहा है कि इससे साबित होता है कि मायावती सरकार किस तरह की फासीवादी और तानाशाही तरीके से लोकतंत्र चला रही है। राज्य कांग्रेस अध्यक्ष रीता बहुगणा जोशी ने कहा कि हमें बसपा सरकार से इस तरह के फैसले की उम्मीद नहीं थी क्योंकि हमारा कार्यक्रम शांतिपूर्ण था।