भारत के सबसे सफल बिलियर्डस क्यू खिलाड़ी पंकज आडवाणी ने आईबीएसएफ विश्व बिलियर्डस चैम्पियनशिप के फाइनल में सिंगापुर के पीटर गिलक्रिस्ट को हराकर अपना 14वां विश्व खिताब जीता। बेंगलुरू के ‘गोल्डन ब्वाय’ आडवणी ने इसके साथ ही समय प्रारूप के अपने खिताब का बचाव किया और गिलक्रिस्ट से एक हफ्ते पहले अंक प्रारूप में मिली हार का बदला भी चुकता कर लिया।
आडवाणी ने पहले ही प्रयास में शतकीय ब्रेक (127) के साथ शुरूआती बढ़त बनाई। पकंज ने गिलक्रिस्ट के दिए मौके का पूरा फायदा उठाते हुए लगातार दो तिहरे शतक (360 और 301) के ब्रेक बनाए जिससे पांच घंटे के इस मैच के पहले घंटे में ही भारतीय खिलाड़ी ने अपनी स्थिति बेहद मजबूत कर ली। आडवाणी ने 700 अंक की बढ़त हासिल करने के बाद भी 284, 119, 101 और 106 के ब्रेक बनाकर मध्यांतर तक अपनी बढ़त को 1100 अंक के पार पहुंचाया।
दूसरे हाफ में भी आडवाणी ने दो और शतकीय ब्रेक बनाए लेकिन सिंगापुर के खिलाड़ी ने भी 284 के ब्रेक और फिर कुछ शतकीय ब्रेक से भारतीय खिलाड़ी की बढ़त को कुछ कम किया। आडवाणी ने हालांकि इसके बाद 430 के शानदार ब्रेक के साथ गिलक्रिस्ट की हार सुनिश्चित की। इस ब्रेक के दौरान ही मैच का 300 मिनट का समय पूरा हो गया। एडिलेड से मिली जानकारी के अनुसार तीस साल के आडवाणी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए गिलक्रिस्ट को 1168 अंक से हराया।
अपने 14वें विश्व खिताब के बारे में आडवाणी ने कहा, ‘अंक प्रारूप का फाइनल पीटर (गिलक्रिस्ट) को गंवाने के बाद मैं मुकाबला बराबर करने के लिए प्रतिबद्ध था। खेल मनोवैज्ञानिक भाई श्री के साथ बातचीत और रात को अच्छी नींद ने काम कर दिया। मैंने फाइनल से पहले रात को रणनीति और मानसिक रवैये पर बात की और फिर इसे लागू किया।’ आडवाणी ने विश्व स्तर पर बिलियर्डस के अपना दबदबा कायम रखा है। उन्होंने 2012 सत्र में समय प्रारूप के फाइनल में इंग्लैंड के माइक रसेल को हराया था जबकि 2014 में उन्होंने अंक और समय दोनों प्रारूप के खिताब जीते थे। मुकाबले का अंतिम स्कोर 2408-1240 रहा।