जयपुर: रजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की अब तक की इस सबसे बड़ी कार्रवाई से यह साफ़ हो गया है कि प्रदेश में खानों का कितना लम्बा खेल चलता है और अधिकारी रिश्वत में लाखों नहीं करोड़ों की रकम डकारने के लिए अपना मुंह खोलने में भी नहीं हिचकते। राजस्थान के उदयपुर में एंटी करप्शन ब्यूरो ने 3 करोड़ 80 लाख की रिश्वत के मामले में राजस्थान के माइनिंग विभाग में तैनात प्रिंसिपल सेक्रेटरी IAS अधिकारी अशोक सिंघवी को गिरफ़्तार किया है। इससे पहले खनन विभाग में अतिरिक्त निदेशक के पद पर तैनात पंकज गहलोत को ढाई करोड़ रुपये की रिश्वत लेते हुए हिरासत में लिया गया था। पंकज गहलोत पर आरोप है कि उसने बंद पड़ी 6 खानों को दोबारा खोलने के एवज़ में ढाई करोड़ की रिश्वत मांगी थी। इस कार्रवाई ने खनन उद्योग और विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की पोल खोल दी है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के एडिशनल डीजी नवदीप सिंह ने बताया “हमने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, इनमें से दो सरकारी कर्मचारी हैं और बाकी बिचौलिया का काम कर रहे थे। इस मामले में कार्यवाही अब भी जारी है और आगे हम और खुलासा कर सकते हैं।” भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक नवदीप सिंह ने बताया कि ब्यूरो ने एक सूचना को विकसित कर उदयपुर में पदस्थ खनन विभाग के अतिरिक्त निदेशक पंकज गहलोत, भीलवाडा में पदस्थ खनन अभियंता पुष्कर राज आमेठा, दलाल श्याम सुंदर, रशीद को गिरफ्तार किया है।