भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही विवाद की स्थिति बन गई है। विधानसभा के गलियारे में मीडिया को फोटो शूट करने पर प्रतिबंध लगा देने से नाराज पत्रकारों ने विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया है। नए प्रावधानों के तहत विधानसभा के मुख्यद्वार के सामने फोटो खींचने और बाइट लेने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है. जिसका विरोध करते हुए पत्रकारों ने शीतकालीन सत्र के कवरेज का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है.
नए नियमों के मुताबिक, अब न तो सदन की कार्यवाही कोई रिकॉर्ड कर सकेगा और न ही दीर्घा से सदन की फोटो खींची जा सकेगी. अगर कोई भी पत्रकार ऐसा पाया जाता है, तो मोबाइल फोन जब्त कर लिया जाएगा. ये प्रतिबंधात्मक आदेश विधानसभा में तत्काल प्रभाव से लागू हो चुके हैं.
अब कैमरे के साथ मीडियाकर्मियों को विधानसभा में आरक्षित स्थानों के अलावा दूसरी जगह घूमने पर भी रोक रहेगी. वहीं, विधानसभा सचिवालय ने पत्रकार दीर्घा में मोबाइल फोन के उपयोग पर रोक लगा दी है. बीते मानसून सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों के बीच व्यापमं घोटाला और किसानों के मुद्दों को लेकर धक्का-मुक्की हुई थी. जिससे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान समेत कई नेताओं को अपने कक्ष तक जाने में परेशानी का सामना करना पड़ा था. इस घटना के बाद विधानसभा सचिवालय ने नई व्यवस्थाएं तय कर दी हैं.