इटावा मे समाजवादी पार्टी के एक कार्यकर्त्ता की हत्या के बाद सपाई गुस्से में आ गये हैं क्यों कि वारदात को अंजाम देने वाले सत्तारूढ़ दल बसपा से जुड़े हुए हैं। इस वारदात को लेकर इटावा में सपा बसपा दोनों दलों के नेताओं का आमने-सामने आना लाजिमी है। कहा यह जा रहा है कि सभी आरोपियों को जसवंतनगर विधानसभा के बसपा उम्मीदवार मनीष यादव उर्फ पतरे का संरक्षण है। कभी समाजवादी पार्टी में रह चुके मनीष की एक दम तरक्की बसपा की ओर से उम्मीदवार घोषित करके की गई है।
दोपहर बाद नेताविरोधी दल शिवपाल सिंह यादव जैसे ही इटावा आये वैसे ही उन्हों ने पोस्टमार्टम हाउस पर जाकर शोक व्यक्त किया, उसके बाद शव को ट्रैक्टर ट्राली में रखवाकर सीधे एस.एस.पी. के आवास पर लाये और मृतक के परिवारीजनों के मुआवजे की मांग करने लगे। उनके साथ सांसद प्रेमदास कठेरिया, पूर्व सांसद रघुराज सिंह शाक्य समेत बड़ी संख्या समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी इधर-उधर ईंट उखाड़-उखाड़ कर चौराहे के चारों ओर अवरोध के रूप में लगा दिया और चौराहे के बीचों बीच खडे हो गये। इस दौरान आने वाले वाहनों की कतार लगती चली गई। 24 घंटे के भीतर हत्यारों को पकडे़ जाने का आश्वासन मिलने के बाद शव को हटाया गया। इस मामले को लेकर 9 लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया है। सुरक्षात्मक तौर पर गांव में पीएसी और पुलिस बल के अतिरिक्त बल की तैनाती कर दी गई है। हत्यारों को पकड़ने के लिये पुलिस ने 5 टीम लगाई है।
जाम की जानकारी मिलने पर अपर जिलाधिकारी महेन्द्र सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह समेत अन्य अफसर बात करने पहुंचे। शिवपाल यादव की मांग थी कि मृतक के परिजनों को 10 लाख मुआवजा के साथ-साथ उन दोषी पुलिस वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाये जिन्होंने आरोपियों के खिलाफ कोई रिपोर्ट नहीं दर्ज की। पता चला है कि पुलिस ने इस घटना में मारे गये व्यक्ति की पत्नी की ओर से नौ लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट लिख ली है।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्त्ताओ पर बसपाइयों ने जमकर गोलियां चलाई थीं। इटावा जिले के बलरई इलाके के नगला विशुन और इसके मजरे नगला अजब में बसपाइयों की गोलियों से गांव के छुन्ना लाल की मौके पर ही मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये है। बसपाइयों की ओर से चलाई गई गोलियों की वजह से शैलेंद्र सिंह और विजयशंकर घायल हुये, जिन में शैलेंद्र की आंख में गोली लगी है। उसे बेहतर उपचार के लिये सैफई के मेडिकल कालेज मे दाखिल करा दिया गया है। इस वारदात को बसपा सर्मथक प्रधान प्रेमबाबू के करीब 9 सर्मथकों ने अंजाम दिया है। इस दौरान करीब 200 से अधिक गोलियों का प्रयोग किया गया है।
वारदात के सभी आरोपियों के खिलाफ दर्जनों अपराधिक मामले दर्ज बताये जा रहे हैं। कहा गया है कि सभी आरोपियों को बसपा के प्रमुख नेताओं के इशारे पर बलरई पुलिस संरक्षण देती है। सभी आरोपी वारदात से पहले थाने में बैठा करते रहे हैं। इस वारदात के बाद पुलिस कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. अशोक कुमार राधव का कहना है कि जिस तरह का गोली कांड हुआ है उसको लेकर आरोपियों की धर पकड के लिये कई टीमें लगा दी गई हैं। उम्मीद है कि जल्द ही पुलिस सभी आरोपियों को पकड़ने में कामयाब हो जायेगी।
इटावा से दिनेश शाक्य की रिपोर्ट.