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सपा में होगी अमर सिंह और जया प्रदा की वापसी

समाजवादी पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश के PWD और सिंचाई मंत्री शिवपाल यादव ने पार्टी में अमर सिंह और जया प्रदा की वापसी के संकेत दिए हैं. यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी के दरवाजे कभी किसी के लिए बंद नहीं होते.इतना ही नहीं शिवपाल यादव ने तो यहां तक कह डाला कि अमर सिंह से मुलायम सिंह और उनकी बात लगातार होती है और अमर सिंह जब चाहेंगे पार्टी में दाखिल हो जाएंगे.दरअसल पीडब्लूडी मंत्री अमर सिंह पर मीडिया की उन खबरों का खंडन कर रहे थे जिनमें पहले राज्य सभा और अब विधान परिषद में सीटों को लेकर अमर सिंह का टिकट कट जाने की बात कही थी. इससे पहले अमर सिंह के पार्टी में लौटने की सुगबुगाहट अगस्त 2014 में जनेश्वर मिश्र जयंती के मौके पर तब हुई थी जब उन्होंने मुलायम सिंह के साथ मंच साझा किया था.ये बात अलग है कि सपा के कद्दावर मंत्री और अमर सिंह के धुर विरोधी आजम खान ने इन खबरों का लगातार खंडन किया लेकिन पिछले दिनों मंत्री शिवपाल यादव ने ये कह कर अमर सिंह की वापसी की खबर को हवा दी थी कि पार्टी में लौटने का फैसला अमर पर ही छोड़ा गया है. शिवपाल के इस ताजा बयान ने एक बार फिर समाजवादी पार्टी के ठाकुर खेमे में खलबली मचा दी है क्योंकि ज्यादातर नेताओं का ख्याल है कि अमर सिंह की वापसी से पार्टी के भीतर समीकरण फिर बदलेंगे और उसका सबसे ज्यादा असर जातिगत समिकरणों में ठाकुरों की राजनीति करने वाले नेताओं पर पड़ेगा.

<p><br />समाजवादी पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश के PWD और सिंचाई मंत्री शिवपाल यादव ने पार्टी में अमर सिंह और जया प्रदा की वापसी के संकेत दिए हैं. यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी के दरवाजे कभी किसी के लिए बंद नहीं होते.इतना ही नहीं शिवपाल यादव ने तो यहां तक कह डाला कि अमर सिंह से मुलायम सिंह और उनकी बात लगातार होती है और अमर सिंह जब चाहेंगे पार्टी में दाखिल हो जाएंगे.दरअसल पीडब्लूडी मंत्री अमर सिंह पर मीडिया की उन खबरों का खंडन कर रहे थे जिनमें पहले राज्य सभा और अब विधान परिषद में सीटों को लेकर अमर सिंह का टिकट कट जाने की बात कही थी. इससे पहले अमर सिंह के पार्टी में लौटने की सुगबुगाहट अगस्त 2014 में जनेश्वर मिश्र जयंती के मौके पर तब हुई थी जब उन्होंने मुलायम सिंह के साथ मंच साझा किया था.ये बात अलग है कि सपा के कद्दावर मंत्री और अमर सिंह के धुर विरोधी आजम खान ने इन खबरों का लगातार खंडन किया लेकिन पिछले दिनों मंत्री शिवपाल यादव ने ये कह कर अमर सिंह की वापसी की खबर को हवा दी थी कि पार्टी में लौटने का फैसला अमर पर ही छोड़ा गया है. शिवपाल के इस ताजा बयान ने एक बार फिर समाजवादी पार्टी के ठाकुर खेमे में खलबली मचा दी है क्योंकि ज्यादातर नेताओं का ख्याल है कि अमर सिंह की वापसी से पार्टी के भीतर समीकरण फिर बदलेंगे और उसका सबसे ज्यादा असर जातिगत समिकरणों में ठाकुरों की राजनीति करने वाले नेताओं पर पड़ेगा.</p>

समाजवादी पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश के PWD और सिंचाई मंत्री शिवपाल यादव ने पार्टी में अमर सिंह और जया प्रदा की वापसी के संकेत दिए हैं. यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी के दरवाजे कभी किसी के लिए बंद नहीं होते.इतना ही नहीं शिवपाल यादव ने तो यहां तक कह डाला कि अमर सिंह से मुलायम सिंह और उनकी बात लगातार होती है और अमर सिंह जब चाहेंगे पार्टी में दाखिल हो जाएंगे.दरअसल पीडब्लूडी मंत्री अमर सिंह पर मीडिया की उन खबरों का खंडन कर रहे थे जिनमें पहले राज्य सभा और अब विधान परिषद में सीटों को लेकर अमर सिंह का टिकट कट जाने की बात कही थी. इससे पहले अमर सिंह के पार्टी में लौटने की सुगबुगाहट अगस्त 2014 में जनेश्वर मिश्र जयंती के मौके पर तब हुई थी जब उन्होंने मुलायम सिंह के साथ मंच साझा किया था.ये बात अलग है कि सपा के कद्दावर मंत्री और अमर सिंह के धुर विरोधी आजम खान ने इन खबरों का लगातार खंडन किया लेकिन पिछले दिनों मंत्री शिवपाल यादव ने ये कह कर अमर सिंह की वापसी की खबर को हवा दी थी कि पार्टी में लौटने का फैसला अमर पर ही छोड़ा गया है. शिवपाल के इस ताजा बयान ने एक बार फिर समाजवादी पार्टी के ठाकुर खेमे में खलबली मचा दी है क्योंकि ज्यादातर नेताओं का ख्याल है कि अमर सिंह की वापसी से पार्टी के भीतर समीकरण फिर बदलेंगे और उसका सबसे ज्यादा असर जातिगत समिकरणों में ठाकुरों की राजनीति करने वाले नेताओं पर पड़ेगा.

 

श‍िवपाल यादव ने कहा, ‘अमर सिंह से हमारे पारिवारिक संबंध हैं. नेताजी (मुलायम सिंह यादव) से भी अच्छे संबंध हैं, बातचीत भी होती रहती है. अच्छे संबंध हैं लेकिन वो पार्टी में नहीं हैं. इससे पहले भी आप लोगों ने पूछा था कि अमर सिंह को पार्टी में कब ज्वाइन करा रहे हैं तो तब भी मैंने कहा था कि अमर सिंह स्वयं डिक्लेयर करेंगे. तो उन्होंने अभी तक तो डिक्लेयर नहीं किया है. तो जब पार्टी में नहीं थे और टिकट भी मांगा नहीं तो फिर कटने का कोई सवाल ही नहीं. पर फिर भी अखबारों में छाप दिया. अगर उन्होंने मांगा होता तो बात थी क्योंकि हमारे पारिवारिक संबंध हैं, अच्छे संबंध हैं भले ही पार्टी में नहीं हैं फिर भी अच्छे संबंध हैं. हम तो कल भी दिल्ली में मिले है.मुलायम सिंह से विवाद के बाद राज्यसभा सांसद अमर सिंह के साथ-साथ जया प्रदा को पार्टी से निकाल दिया गया था. जया प्रदा सपा के टिकट पर दो बार सासंद रह चुकी है.

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