एक उग्रवादी समूह ने रॉकेट चालित ग्रेनेड (आरपीजी) और स्वचालित हथियारों से गुरुवार को मणिपुर में सेना के एक काफिले पर घात लगाकर हमला कर दिया, जिसमें कम से कम 20 सैन्यकर्मी मारे गए हैं. हाल के वर्षों में हुए हमलों में यह सबसे घातक है. हमले में सैनिकों की मौत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मणिपुर में आज का हमला बहुत ही दुखद है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मणिपुर में उग्रवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में मारे गए सेना के 20 जवानों के परिजन के प्रति आज अपनी संवेदना जाहिर की और कहा कि त्रासदी की इस घड़ी में हम आप सभी के साथ हैं.
सेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि घात लगाकर किए गए हमले में 16 सैन्यकर्मी जख्मी भी हुए हैं. एक पुलिस अधिकारी ने इंफाल में बताया कि छह डोगरा रेजीमेंट का एक दल इंफाल से लगभग 80 किलोमीटर दूर तेंगनोपाल-न्यू समतल रोड पर नियमित रूप से गश्ती पर था. उसी समय एक शक्तिशाली इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस से एक अज्ञात उग्रवादी संगठन ने घात लगाकर उस पर हमला किया.
दिल्ली में सेना के सूत्रों ने बताया कि आईईडी विस्फोट के बाद उग्रवादियों ने आरपीजी और स्वचालित हथियारों से सेना के चार वाहनों के काफिले पर भारी गोलीबारी शुरू कर दी. सेना के प्रवक्ता कर्नल रोहन आनंद ने दिल्ली में बताया कि हमले में 20 सैन्यकर्मी मारे गए हैं जबकि 16 जख्मी हुए हैं. पुलिस ने बताया कि एक संदिग्ध उग्रवादी भी मारा गया है. हमला सुबह नौ बजे तब हुआ जब गश्ती दल पारालोंग और चारोंग गांवों के बीच में एक स्थान पर पहुंचा.
मणिपुर के गृह सचिव जे सुरेश बाबू ने इस घातक हमले में मणिपुर के विद्रोही संगठन पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) का हाथ होने का संदेह जताया है. उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि यह काम पीएलए का हो सकता है जिसमें केवाईकेएल ने उसे सदिंग्ध तौर पर सहायता दी है. हम अभी और जानकारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं. कांग्लेई यावोल कन्ना लुप (केवाईकेएल) मणिपुर में मेइती क्रांतिकारी संगठन है. पुलिस ने बताया कि उग्रवादियों को पकड़ने के लिए सुरक्षा बलों की कुमुक घटनास्थल के लिए रवाना हो गई है.