देश में धर्म को लेकर हमेशा से तलवारें खिंचती रही हैं. कभी साईं की पूजा रोकने के लिए शंकराचार्य धर्म संसद बुलाते हैं, तो कभी धर्म प्रमुख का पद हासिल करने के लिए फर्जीवाड़े हो रहे हैं. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि देश में कई शंकराचार्य फर्जी हैं. मूल पीठ चार हैं और उनके शंकराचार्य ही मान्य हैं. फर्जी शंकराचार्य उज्जैन ‘सिंहस्थ’ क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर पाएंगे.अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद इस मामले में सख्त निर्णय लेने का मन बना चुकी है. साथ ही फर्जी साधुओं को जमात से बाहर करने के लिए अब हर अखाड़ा अपने साधु-संतों, महामंडलेश्वरों का परिचय पत्र जारी करेगा. इस पर साधु का नाम, अखाड़े का नाम, स्थान और अखाड़े के पदाधिकारी के हस्ताक्षर होंगे. सिंहस्थ 2016 के पहले सभी को परिचय पत्र दे दिए जाएंगे. इस बात की जानकारी अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरि ने कही.
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