Connect with us

Hi, what are you looking for?

प्रदेश

राज्यपाल ने पत्रकार धीरेंद्र पांडेय द्वारा लिखी किताब ‘आर्ट ऑफ जर्नलिज्म’ का विमोचन किया

देहरादून। राज्यपाल डा. कृष्ण कांत पाल ने राजभवन में वरिष्ठ पत्रकार धीरेन्द्र नाथ पांडेय की पुस्तक आर्ट ऑफ जर्नलिज्म का विमोचन किया। सादगी समारोह में राज्यपाल ने प्रकाशन समूह के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में पत्रकारिता पर लिखी गई किताब के लिए लेखक के प्रयास की सराहना की।  राज्यपाल डा.कृष्ण कांत पाल ने पुस्तक के लेखक को बधाई दी और कहा कि यह पुस्तक पत्रकारिता का अध्ययन कर रहे विद्यार्थियों व इस क्षेत्र में रुचि रखने वालों के लिए ज्ञानवर्धक साबित होगी। कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने लोकतंत्रिक देश में पत्रकारिता की भूमिका व चुनौती, पत्रकारिता के इतिहास के मापदंड व वर्तमान पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।

<p>देहरादून। राज्यपाल डा. कृष्ण कांत पाल ने राजभवन में वरिष्ठ पत्रकार धीरेन्द्र नाथ पांडेय की पुस्तक आर्ट ऑफ जर्नलिज्म का विमोचन किया। सादगी समारोह में राज्यपाल ने प्रकाशन समूह के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में पत्रकारिता पर लिखी गई किताब के लिए लेखक के प्रयास की सराहना की।  राज्यपाल डा.कृष्ण कांत पाल ने पुस्तक के लेखक को बधाई दी और कहा कि यह पुस्तक पत्रकारिता का अध्ययन कर रहे विद्यार्थियों व इस क्षेत्र में रुचि रखने वालों के लिए ज्ञानवर्धक साबित होगी। कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने लोकतंत्रिक देश में पत्रकारिता की भूमिका व चुनौती, पत्रकारिता के इतिहास के मापदंड व वर्तमान पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।</p>

देहरादून। राज्यपाल डा. कृष्ण कांत पाल ने राजभवन में वरिष्ठ पत्रकार धीरेन्द्र नाथ पांडेय की पुस्तक आर्ट ऑफ जर्नलिज्म का विमोचन किया। सादगी समारोह में राज्यपाल ने प्रकाशन समूह के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में पत्रकारिता पर लिखी गई किताब के लिए लेखक के प्रयास की सराहना की।  राज्यपाल डा.कृष्ण कांत पाल ने पुस्तक के लेखक को बधाई दी और कहा कि यह पुस्तक पत्रकारिता का अध्ययन कर रहे विद्यार्थियों व इस क्षेत्र में रुचि रखने वालों के लिए ज्ञानवर्धक साबित होगी। कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने लोकतंत्रिक देश में पत्रकारिता की भूमिका व चुनौती, पत्रकारिता के इतिहास के मापदंड व वर्तमान पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।

वक्ताओं ने कहा कि वरिष्ठ पत्रकार धीरेंद्र नाथ पांडेय द्वारा लिखी गई किताब आर्ट ऑफ जर्नलिज्म उन युवा पत्रकारों के लिए हैं जो कि अभी इस क्षेत्र में कदम रख रहे है। उन सारे तथ्यों का समावेश इस किताब में हैं जो कि समाचार संकलन करने से डेस्क पर पेज तैयार करने तक जरूरी हैं। मौके पर उपस्थित पुस्तक समीक्षक अजीत राठी ने कहा कि लेखक ने इस बात का सराहनीय प्रयास किया कि पत्रकारिता जगत के नवागंतुकों को खबर लिखने से लेकर हैडिंग, सब-हैडिंग लगाने तक समस्त जानकारी इसी किताब में उपलब्ध हो जाए। पत्रकारिता के बदलते परिवेश में मीडिया हाउस की बदलती कार्यशैली और चुनौतियों से निबटने के सूत्र भी मौजूद हैं। लेखक ने अपनी बात को सरल शब्दों में समझाने का भरपूर प्रयास किया। खबर तलाशने से लेकर पाठक के समक्ष परोसने तक एक पत्रकार किन किन मुश्किलों से जूझता है, किताब में इसका प्रस्तुतीकरण बेहद सामान्य ढंग से किया गया है। यह भी नए पत्रकारों के लिए जानकारी परक होगा। इस किताब का योगदान भविष्य में उन शैक्षणिक संस्थानों में भी बेहतर तरीके से हो सकता हैं जहां से युवा डिग्री या डिप्लोमा लेकर पत्रकारिता के क्षेत्र में कदम रखते है। देहरादून के ज्योति पब्लिशर्स एंड डिस्ट्रीब्यूटर्स ने इस पुस्तक का प्रकाशन किया है। वैसे तो इस किताब का मूल्य 495 रुपया है लेकिन छात्रों के लिए इस किताब में जितनी सामग्री है उसके लिए उन्हें तीन-तीन किताब खरीदने की जरूरत पड़ती है। इस अवसर पर उन्होंने लेखक को कई बिन्दुओं पर परामर्श भी दिया। कार्यक्रम में पुस्तक के प्रकाशक ज्योति पब्लिकेशन के आरके सूद, रोहित जैन, कौशल जैन, शिप्रा, जितेंद्र नेगी, अपर्णा पांडेय, संध्या ओझा समेत कई सदस्य मौजूद रहे।

किताब
आर्ट ऑफ जर्नलिज्म
प्रकाशक = ज्योति पब्लिशर्स एंड डिस्ट्रीब्यूटर्स, देहरादून
मूल्य- 495 रुपये

You May Also Like

Uncategorized

मुंबई : लापरवाही से गाड़ी चलाने के मामले में मुंबई सेशन कोर्ट ने फिल्‍म अभिनेता जॉन अब्राहम को 15 दिनों की जेल की सजा...

ये दुनिया

रामकृष्ण परमहंस को मरने के पहले गले का कैंसर हो गया। तो बड़ा कष्ट था। और बड़ा कष्ट था भोजन करने में, पानी भी...

ये दुनिया

बुद्ध ने कहा है, कि न कोई परमात्मा है, न कोई आकाश में बैठा हुआ नियंता है। तो साधक क्या करें? तो बुद्ध ने...

दुख-सुख

: बस में अश्लीलता के लाइव टेलीकास्ट को एन्जॉय कर रहे यात्रियों को यूं नसीहत दी उस पीड़ित लड़की ने : Sanjna Gupta :...

Advertisement