वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल का फेसबुक अकाउंट बिना कोई कारण बताये ब्लॉक किये जाने के बाद सोशल मीडिया पर उनके समर्थकों का हुजूम उमड़ आया था। कोई इसे अभिव्यक्ति की आज़ादी पर गहरे आघात के रूप में देख रहा था तो कुछ इस प्रकरण के पिछे फासिस्ट ताकतों का हाथ बता रहे थे। इन सब क्रियाओं-प्रतिक्रियाओं के बीच खबर आ रही है कि भारतीय जनसंचार संस्थान के पूर्व प्रोफ़ेसर दिलीप मंडल का फेसबुक अकाउंट तो अनब्लॉक कर दिया गया है लेकिन साजिश के तहत दिलीप मंडल का अकाउंट ब्लॉक करने का जमकर विरोध करने वाले एक्टिविस्ट और पत्रकार मोहम्मद अनस का फेसबुक अकाउंट 3 दिन के लिए ब्लॉक कर दिया गया है।
मोहम्मद अनस को फेसबुक ने इससे पहले याकूब मेमन कि फांसी का विरोध करने पर भी ब्लॉक कर दिया था। पिछली बार ब्लॉक की समय सीमा चौबीस घंटे कि थी लेकिन इस बार तीन दिन के लिए उन्हें फेसबुक पर कुछ भी पोस्ट करने से रोक लगा दी गई है। मोहम्मद अनस को ब्लॉक करने की इस कार्यवाई का सोशल मीडिया पर तीखा विरोध देखने को मिल रहा है। इस बारे में मोहम्मद अनस से जब बात की गई तो उन्होंने कहा, ‘अभिव्यक्ति की आज़ादी पर लगातार कुठाराघात किया जा रहा है। नई सरकार के आने के बाद सेक्युलर और प्रोग्रेसिव सोच के लोगों को हर मोर्चे पर सरकार निशाना बना रही है लेकिन हम इन सब बातों से डरने वाले नहीं है। ब्लॉक हटने के बाद मैं फिर उसी तरह का लेखन जारी रखूँगा.’ (साभार- बोलता हिंदुस्तान डाट काम)