Shiv Prasad Sati : हरीश रावत मुख्यमंत्री रहते हुए भी फेल ही नजर आ रहे हैं… ये उत्तराखंड का दुर्भाग्य है… यहाँ मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने वाले न जाने अपनी आँखों पर क्यों गढ़वाल, कुमाऊँ, मैदान का चस्मा लगा लेते हैं… क्यों नहीं इनको सम्पूर्ण उत्तराखंड दिखता है… क्यों नहीं इनको उत्तरकाशी-पिथौरागढ़ जैसे दुर्गम क्षेत्रों में आम आदमी की मूलभूत परेशानियाँ नजर आती हैं? आपदा घोटाले में क्लीन चिट से लग रहा है ब्यूरोक्रेट और हरीश रावत की जुगलबंदी फिक्स है… हरदा ये उम्मीद नहीं थी… आंखे खोलो उत्तराखण्डवासियों…
हम हर महीने ब्याज ब्याज में 39 करोड़ से ज्यादा दे रहे हैं… सिर्फ ब्याज के ही पैसे पर उत्तराखण्ड चल रहा है… जो मित्र अनभिज्ञ हैं वह जान लें कि भाजपा, काग्रेस और यूकेडी ने अपनी जेबें भरी हुई हैं… भले ही इनके भक्त फेसबुक पर बड़ी-बड़ी छलांग मारते हों… कांग्रेस के भक्त हरीश रावत, बहुगुणा और एनडी तिवारी के गुण गाते हैं और भाजपा के भक्त निशंक, खण्डूरी व कोशयारी के… अब यूकेडी वाले भी उछलकूद कर रहे हैं… लेकिन उनका एक मंत्री सरकार में होता ही है… मलाई सब खा रहे हैं… लेकिन आम उत्तराखण्डी कर्ज के नीचे क्यों… उत्तराखण्ड की मीडिया विज्ञापन की रासलीला खूब कर रही है लेकिन प्रदेश के मुद्दों को लेकर गायब है… वक्त रहते हुए जाग जाओ नहीं तो उत्तराखण्ड की स्थिति पिछड़े राज्य से भी बुरी होगी… अगर हरीश रावत ईमानदार हैं तो क्यों नहीं लोकायुक्त ला कर सबकी जांच कराते… समय रहते हुए जाग जाओ… अभी तो 39 करोड़ ब्याज का दे रहे हैं… कही अगले साल 50 करोड़ न देने पड़ें!
उत्तराखंड के पत्रकार शिव प्रसाद सती के फेसबुक वॉल से.