Connect with us

Hi, what are you looking for?

विविध

भारतीय जनसंचार संस्थान में के.एम.श्रीवास्तव सम्मान की शुरूआत

पत्रकारिता अध्ययन और प्रशिक्षण की नामचीन संस्था भारतीय जनसंचार संस्थान के वरिष्ठतम प्राध्यापक प्रो.के. एम. श्रीवास्तव का बीते २९ अगस्त को दिल का दौरा पड़ने से दिल्ली में निधन हो गया था। उनकी स्मृति में अंग्रेजी मासिक “डेवलपमेंट फाइल्स” की एक ओर से “के.एम.श्रीवास्तव स्मृति सम्मान” के शुरुआत की घोषणा की गयी है। पत्रिका की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार ‘परिवर्तन के लिए विकास पत्रकारिता के पुरजोर पक्षधर रहे श्री श्रीवास्तव की याद में और उनके सम्मान में हर साल 5100 रुपये का एक पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र भारतीय जनसंचार संस्थान के किसी भी पाठ्यक्रम में विकास पत्रकारिता के पत्र में अव्वल अंक लाने वाले किसी एक छात्र को दिया जाएगा।

<p><img src="images/0abc/km.jpg" alt="" /></p> <p>पत्रकारिता अध्ययन और प्रशिक्षण की नामचीन संस्था भारतीय जनसंचार संस्थान के वरिष्ठतम प्राध्यापक प्रो.के. एम. श्रीवास्तव का बीते २९ अगस्त को दिल का दौरा पड़ने से दिल्ली में निधन हो गया था। उनकी स्मृति में अंग्रेजी मासिक "डेवलपमेंट फाइल्स" की एक ओर से "के.एम.श्रीवास्तव स्मृति सम्मान" के शुरुआत की घोषणा की गयी है। पत्रिका की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार 'परिवर्तन के लिए विकास पत्रकारिता के पुरजोर पक्षधर रहे श्री श्रीवास्तव की याद में और उनके सम्मान में हर साल 5100 रुपये का एक पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र भारतीय जनसंचार संस्थान के किसी भी पाठ्यक्रम में विकास पत्रकारिता के पत्र में अव्वल अंक लाने वाले किसी एक छात्र को दिया जाएगा।</p>

पत्रकारिता अध्ययन और प्रशिक्षण की नामचीन संस्था भारतीय जनसंचार संस्थान के वरिष्ठतम प्राध्यापक प्रो.के. एम. श्रीवास्तव का बीते २९ अगस्त को दिल का दौरा पड़ने से दिल्ली में निधन हो गया था। उनकी स्मृति में अंग्रेजी मासिक “डेवलपमेंट फाइल्स” की एक ओर से “के.एम.श्रीवास्तव स्मृति सम्मान” के शुरुआत की घोषणा की गयी है। पत्रिका की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार ‘परिवर्तन के लिए विकास पत्रकारिता के पुरजोर पक्षधर रहे श्री श्रीवास्तव की याद में और उनके सम्मान में हर साल 5100 रुपये का एक पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र भारतीय जनसंचार संस्थान के किसी भी पाठ्यक्रम में विकास पत्रकारिता के पत्र में अव्वल अंक लाने वाले किसी एक छात्र को दिया जाएगा।

           बीते 1 सितम्बर को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर के देशमुख सभागार में इस स्मृति सम्मान की घोषणा पत्रिका के संपादक अमरेंद्र किशोर ने की। अमरेंद्र ने प्रो. श्रीवास्तव को बेहद कर्मठ और प्रतिबद्ध मीडिया प्रोफेशनल बताते हुए कहा कि ‘ पीढ़ियां तैयार होती हैं और परम्परा का प्रवाह जारी रहता है– के.एम सर ने हमें जो सिखाया-पढ़ाया वही सब आगे लेकर चलने की प्रतिबद्धता है।’ उन्होंने कहा कि ‘प्रो.श्रीवास्तव जिज्ञासु होकर किसी से भी कुछ जानने की उत्कंठा लिए यायावर बने रहे।’  इस मार्मिक अवसर पर पत्रकारिता और पत्रकारिता संस्थान की दुनिया से जुडी ख़ास हस्तियों (जिनका पढ़ने लिखने से सरोकार है) ने प्रो. श्रीवास्तव से जुडी अपनी यादें साझा की। 

You May Also Like

Uncategorized

मुंबई : लापरवाही से गाड़ी चलाने के मामले में मुंबई सेशन कोर्ट ने फिल्‍म अभिनेता जॉन अब्राहम को 15 दिनों की जेल की सजा...

ये दुनिया

रामकृष्ण परमहंस को मरने के पहले गले का कैंसर हो गया। तो बड़ा कष्ट था। और बड़ा कष्ट था भोजन करने में, पानी भी...

ये दुनिया

बुद्ध ने कहा है, कि न कोई परमात्मा है, न कोई आकाश में बैठा हुआ नियंता है। तो साधक क्या करें? तो बुद्ध ने...

दुख-सुख

: बस में अश्लीलता के लाइव टेलीकास्ट को एन्जॉय कर रहे यात्रियों को यूं नसीहत दी उस पीड़ित लड़की ने : Sanjna Gupta :...

Advertisement