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मुंबई हिंदी पत्रकार संघ व हमलोग ने किया महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी की नवगठित कार्यकारिणी का सम्मान

मुंबई: मुंबई हिंदी पत्रकार संघ व सामाजिक संस्था हमलोग की ओर से विलेपारले स्थित शुभम हाल में महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी कि नव गठित कार्यकारिणी का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्याध्यक्ष प्रो.नंदलाल पाठक ने उम्मीद जताई है कि अकादमी की नव गठित कमेटी नए जोश के साथ हिंदी भाषा और साहित्य के उत्थान के लिए कार्य करेगी। उन्होंने कहा कहा कि इसके लिए लिए सभी के सहयोग कि जरूरत है।

मुंबई: मुंबई हिंदी पत्रकार संघ व सामाजिक संस्था हमलोग की ओर से विलेपारले स्थित शुभम हाल में महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी कि नव गठित कार्यकारिणी का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्याध्यक्ष प्रो.नंदलाल पाठक ने उम्मीद जताई है कि अकादमी की नव गठित कमेटी नए जोश के साथ हिंदी भाषा और साहित्य के उत्थान के लिए कार्य करेगी। उन्होंने कहा कहा कि इसके लिए लिए सभी के सहयोग कि जरूरत है।

           कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ साहित्यकार व अकादमी के कार्याध्यक्ष डा पाठक ने कहा कि मैं आश्वासन देता हूँ कि अकादमी कि नई कार्यकारिणी मिशनरी की तरह काम करते हुए हिंदी साहित्य को मराठी साहित्य से जोड़ने के लिए सेतु का कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि भाषा का काम जोड़ने का होता है,तोड़ने का नहीं। डॉ. पाठक ने उत्तर प्रदेश में वहां के साहित्य अकादमी के अध्यक्ष द्वारा सार्वजनिक रुप से यूपी के मुख्यमंत्री के पैर छुने की घटना की बाबत कहा कि उत्तर प्रदेश में साहित्यकार मुख्यमंत्री का पैर छूते हैं और महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री साहित्यकारों (हमारा) के पैर छूते हैं, यह कितना बड़ा अंतर है। साहित्यकार अपने स्वाभिमान का ख्याल रखे।

         नवभारत के शहर संपादक ब्रजमोहन पाण्डेय ने प्रश्न करते हुए कहा कि महाराष्ट्र राज्य हिंदी अकादमी हमेशा से आर्थिक संकट से जुझती रही है। ऐसी स्थिति में अकादमी हिंदी के विकास के लिए कैसे अच्छा कार्य कर पाएगी? जिसका जवाब देते हुए अकादमी के पूर्व सदस्य व वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश तिवारी ने कहा कि अकादमी बेहतर ढंग से काम कैसे करे, इसके लिए अकादमी में पहले कार्य कर चुके लोगों के साथ मिलकर ही कार्यों की समीक्षा की जाएगी।
       वहीं दोपहर के सामना के कार्यकारी संपादक वरिष्ठ पत्रकार प्रेम शुक्ला ने कहा कि अकादमी के सदस्यों के चयन को लेकर कुछ लोग यह कह कर सवाल खड़े कर रहे हैं कि साहित्य अकादमी में पत्रकारों की भरमार है। उन्होंने कहा कि यह समय आलोचना का नहीं बल्कि मिलजुल कर कार्य करने का है। उन्होंने मुंबई हिंदी पत्रकार संघ की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम होते रहना चाहिए। मुंबई हिंदी पत्रकार संघ के महासचिव विजय सिंह कौशिक ने कहा कि इस शहर से हिंदी का बहुत पुराना नाता रहा है। मराठी महाराष्ट्र की भाषा है, इस लिए यहां उसका सम्मान सबसे पहले होना चाहिए। पर इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि हिंदी इस शहर को चलाने वाली भाषा है। 
        हिंदी अकादमी के सदस्य व हमारा महानगर के कार्यकारी संपादक राघवेंद्रनाथ दिवेदी, मुंबई भाजपा के महासचिव अमरजीत मिश्र, हिंदी अकादमी में बतौर सदस्य मनोनित किए गए प्राचार्य इंद्रबहादुर सिंह, वरिष्ठ पत्रकार अभिमन्यु शितोले, राजेश्वर उनियाल, डा. शीतला प्रसाद दुबे,  कहानीकार संजय भारद्वाज, हमलोग के अध्यक्ष एड. विजय सिंह और मुंबई हिंदी पत्रकार संघ के अध्यक्ष संदीप शुक्ला ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस मौके पर मुंबई हिंदी पत्रकार संघ व सामाजिक संस्था हमलोग की तरफ से महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्याध्यक्ष नंदलाल पाठक और अकादमी के सदस्यों कुसुम जोशी, ब्रजमोहन पाण्डेय, हरिगोविंद विश्वकर्मा, राघवेंद्रनाथ दिवेदी, अभिमन्यु शितोले, सुनील सिंह, संजय भारद्वाज, हस्तीमल हस्ती, किरण मिश्र, निरंजन परिहार, राजेश्वर उनियाल, डा.शीतला दुबे व इंद्रबहादुर सिंह को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन पत्रकार अभय मिश्रा ने किया। कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार रामकिशोर त्रिवेदी, नवीन कुमार, आदित्य दुबे, अखिलेश तिवारी, अनिल तिवारी, विनोद यादव, सुरेंद्र मिश्र, राजकुमार सिंह, अशोक शुक्ल, राकेश दुबे, दिनेश सिंह, आनंद श्रीवास्तव, शीतला प्रसाद, आनंद मिश्र, लक्ष्मी यादव, जानेमाने मंच संचालक सुभाष काबरा, लोकगायक सुरेश शुक्ल सहित बड़ी संख्या में पत्रकार व साहित्यकार मौजूद थे। 
 

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