Ajit Singh : media जगत में भी एक बहुत बड़ा व्यापम चल रहा है बरसों से….. सड़क छाप पत्रकार जिनके पास कल तक बीड़ी पीने के भी पैसे नहीं होते थे, जो लखनऊ इलाहाबाद और कानपुर में lambretta स्कूटर पे चलते थे, आज 1000 करोड़ से ऊपर के मालिक बने बैठे हैं…. जितने भी बड़े channels हैं उनके सभी बड़े पत्रकार सुना है सैकड़ों करोड़ रु के मालिक हैं…. आज मैं सोशल media के इस मंच से ये मांग करता हूँ कि सभी बड़े पत्रकारों की भी CBI जांच कराई जाए….
ये पता लगाया जाए की किस किस पत्रकार के पास आय के ज्ञात स्त्रोतों से ज़्यादा की संपत्ति है…. इसके अलावा उन पत्रकारों की भी जांच की जाए जो गाँव गिरांव गली गुच्ची में पत्रकार बने घूमते हैं…. वो जिन्हें इनका अखबार या चैनल वेतन के नाम पे एक पैसा भी नहीं देता… वो आखिर फिर भी कैसे पत्रकार बने बैठे हैं…. इन का खर्चा कैसे चलता है? किस किस विभाग की दलाली करते हैं…. कैसे blackmailing करते हैं…. थाने की दलाली कैसे करते हैं…. भ्रष्ट अफसरों और सरकारी कर्मियों से कैसे वसूली करते हैं…. पहले खबर छापने के पैसे लेते थे अब खबर न छापने के पैसे कैसे वसूलते हैं? पत्रकारिता के नाम पे blackmailing का धंदा चलाने वाले इन पत्रकारों की जांच CBI से कराओ…
उदयन संस्था का गठन कर गरीब बच्चों को शिक्षित करने वाले जिला गाजीपुर के निवासी अजित सिंह के फेसबुक वॉल से.