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पीएम मोदी ने दादरी पर अपनी निंदनीय चुप्पी को राष्ट्रपति प्रणव के बयान की आड़ में छिपा लिया!

Mukesh Yadav : दादरी पर प्रधानमन्त्री की चुप्पी और राष्ट्रपति का अटल बिहारी वाजपेयी वाला ‘राजधर्म निभाओ’ शॉक… दादरी में हिन्दू चरमपंथियों ने जो कलंक लगाया, पीएम मोदी ने उस पर चुप्पी साध ली.आरएसएस के कुनबे ने एक तरह से इसे मोदी की मौन सहमति मान बवाल काटा. मजबूरन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को हस्तक्षेप करना पड़ा और उन्हें संविधान की अस्मिता बनाएं रखने की अपील करनी पड़ी! देखा जाए तो अप्रत्यक्ष रूप में ही सही इस बार राष्ट्रपति ने मोदी को वही ‘राजधर्म निभाओ’ शॉक दिया जो अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हें गुजरात दंगों के बाद दिया था.

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Mukesh Yadav : दादरी पर प्रधानमन्त्री की चुप्पी और राष्ट्रपति का अटल बिहारी वाजपेयी वाला ‘राजधर्म निभाओ’ शॉक… दादरी में हिन्दू चरमपंथियों ने जो कलंक लगाया, पीएम मोदी ने उस पर चुप्पी साध ली.आरएसएस के कुनबे ने एक तरह से इसे मोदी की मौन सहमति मान बवाल काटा. मजबूरन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को हस्तक्षेप करना पड़ा और उन्हें संविधान की अस्मिता बनाएं रखने की अपील करनी पड़ी! देखा जाए तो अप्रत्यक्ष रूप में ही सही इस बार राष्ट्रपति ने मोदी को वही ‘राजधर्म निभाओ’ शॉक दिया जो अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हें गुजरात दंगों के बाद दिया था.

इसी का असर था की मोदी को बिहार की एक चुनावी रैली में बार राष्ट्रपति के बयान का उल्लेख करने को विवश होना पड़ा. कहीं न कही मोदी को इस बात का डर या एहसास जरूर रहा होगा कि मीडिया इसे, ‘पीएम मोदी को राष्ट्रपति की नसीहत’ के रूप में न चला दे. इसीलिए मीडिया से पहले खुद मोदी ने राष्ट्रपति की बात को हाइजैक कर लिया! और अभी तक की अपनी निंदनीय चुप्पी को राष्ट्रपति के बयान की आड़ में छिपा लिया! ये बात अलग है कि मीडिया राष्ट्रपति के अटल बिहारी वाजपेयी वाले ‘राजधर्म निभाओ’ शॉक को पकड़ नहीं पाया या पकड़ना नहीं चाहा!

आध्यात्मिक पत्रकार मुकेश यादव के फेसबुक वॉल से.

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