आदरणीय श्रीमान जी।
आपको सादर अवगत कराना है, मैं राहुल गुप्ता ARD gshero (गोयल संस – बदायूं) हूँ और मेरी ARD SHIP का नाम “गुप्ता सेल्स” उसावां, बदायूं है, मेरा ARD कोड 40159 है।
जिसको आपकी कंपनी के TSM राकेश जोशी (जो एक नियाहत ही चोर किस्म का और दलाल बन्दा है) ने गोयल संस बदायूं के मैनेजर अनुपम गुप्ता जिम्मी से साजिश करके मेरी एजेंसी के अकाउंट में हेराफेरी और धोखाधड़ी करके दिनांक 16 जुलाई 2014 को ईमेल के माध्यम से टर्मिनेट कर दिया था। (क्योंकि मेरे पिता ने आपके चोर और दलाल TSM राकेश जोशी से डीलर की गयी घोखाधड़ी से अवगत कराने के लिए समय माँगा था और आपके इस TSM राकेश जोशी ने बरेली में मिलने का समय देकर, लेकिन बरेली में न मिलकर 16 जुलाई 2014 को बदायूं डीलर के यहाँ मीटिंग नियत की। जहाँ पर मैं अपने माता पिता के साथ अपने साक्ष्य लेकर मिला, जिनको आपके इस चोर और दलाल TSM राकेश जोशी ने देखा तक नहीं, उल्टा मुझे ही गलत साबित करने की कोशिश की, जिस पर मैं और मेरे परिवार बाले आपके चोर TSM राकेश जोशी से कह कर गए की आप नहीं सुन रहे है तो कल लखनऊ ऑफिस में जाकर सारी चोरी और हेराफेरी की शिकायत करेंगे, यह कह कर हम लोग वापिस आ गए) जिसकी सूचना मैंने तत्काल प्रभाब से लखनऊ क्षेत्रीय ऑफिस में श्री प्रदीप नैयर जी और किरण कुमार जी को दी थी।
मैं अपनी एजेंसी की बहाली के बाबत दिनांक 18 जुलाई 2014 को लखनऊ जाकर उक्त अधिकारियों से मिला, और वहां जाकर पता चला की मेरे डीलर ने मेरे फ़र्ज़ी हस्ताक्षर बना कर मेरी एजेंसी को बंद किया है। जिसका वहां पर मेरे द्वारा विरोध किया गया था। तब श्री प्रदीप जी एवं किरण कुमार जी ने मेरी सारी बातें सुन कर और सारे साक्ष्य देख कर मेरे लिए कहा कि आप परेशान न हो और आपके साथ गलत नहीं होने दिया जायेगा हमको आप 1 सप्ताह का समय दे, हम गोयल संस बदायूं से बात करके आपकी समस्या का समाधान करते है।
लेकिन जब तक श्री प्रदीप सर और किरण कुमार सर कुछ् कर पाते तब तक मेरे डीलर गोयल संस के मैनेजर अनुपम गुप्ता जिम्मी ने अपने एक अन्य ARD उझानी ऑटो सेल्स के सबडीलर (राजीव चौहान) से साज करके और TSM राकेश जोशी से मिलकर मेरे खिलाफ 307 IPC (जानलेवा हमला) करने का एक झूठा केस लिखा दिया था, जिसमे क्राइम ब्रांच बदायूं की पुलिस के द्वारा DGP और IG बरेली के आदेश पर निष्पक्ष विवेचना करके झूठा पाया गया।
इस झूठे केस के दौरान मेरे माता पिता (श्री चंद्रभान गुप्ता एडवोकेट, श्रीमती सरोज बाला गुप्ता और मेरी पत्नी श्रीमती रीना शिवहरे) श्री किरण कुमार के ईमेल (जिसमे उन्होंने मेरे लिए लखनऊ बुलाया था, डीलर से समझौता कराने के लिए) करने पर दिनांक 21 अगस्त 2014 को गए।
जिसकी जानकारी किसी को भी नहीं थी सिवाय श्री प्रदीप सर और किरण सर के, लेकिन जब मेरे परिवार के लोग लखनऊ ऑफिस में पहुँचे तो वहां पर आपका चोर और दलाल TSM राकेश जोशी ने उनको देख लिया और इसकी सूचना तत्काल बदायूं में अनुपम गुप्ता जिम्मी को दी। जिस पर उसने तुरंत ही अपने ARD उझानी ऑटो सेल्स बदायूं के मालिक राजीव चौहान से गन्दी-गन्दी गालियां देते हुए फोन कराया, यह घटना उस समय घटी जब, मेरे परिवारजन प्रदीप सर और किरण सर से बातचीत कर रहे थे। जिसका विरोध मेरे परिवार द्वारा उक्त अधिकारी लोगों को दर्ज कराया गया।
आपको अवगत कराना है, मेरी एजेंसी का आज तक न तो किसी भी तरह का निस्तारण किया है, न ही अकाउंट रिलेटेड समस्या का समाधान। यह सब जानबूझ कर किया जा रहा है, मेरे को बर्बाद करने को नीयत से।
क्योंकि आपके डीलर ने और आपकी कंपनी ने न तो मेरा प्रकरण को सुलझाने में कोई दिलचस्पी ली है और न ही अनुबन्ध के तहत मेरा प्रकरण को आर्बिट्रेटर के सम्मुख भेजा है। यह सब जानबूझ कर किया गया है, जिससे डीलर की चोरी और हेराफेरी सामने न आ सके। इसमें सबसे ज्यादा मिली-भगत आपके चोर और दलाल TSM राकेश जोशी और गोयल संस के मैनेजर अनुपम गुप्ता जिम्मी की है।
आपको अवगत कराना है, मेरा प्रकरण आप लोग आर्बिट्रेटर में भेज दे, जिससे मेरे लिए न्याय मिल सके या दंड?
अन्यथा मेरे लिए अपनी एजेंसी का सारा सामान भर आपके प्रधान कार्यालय में भेज दूंगा। और वहां पर मीडिया को बुला कर आपकी कंपनी की और उसके अधिकारीगण के साथ डीलर की ऑन पेपर चोरी और हेरा फेरी के साथ-साथ कैसे कंपनी की पॉलिसी से हटकर तय कीमत से ज्यादा कीमत पर बाइक बेचने की बात बताऊंगा और वहां पर भूख हड़ताल पर बैठ जाऊंगा, तब तक नहीं हटूंगा जब तक आप सब कुछ् सही नहीं करा देते है।
क्योंकि मैं आपके लखनऊ के ऑफिस के अधिकारीगण श्री प्रदीप नैयर जी और किरण कुमार जी के अलाबा किरण कुमार जी के ट्रान्सफर के बाद उनकी पोस्ट पर आये श्री विक्रम सिंह जी से भी मिल चुका हूँ, साथ ही लगातार ईमेल से और स्वयं जाकर कई बार मिला हूँ (जब लखनऊ ऑफिस विभूति खंड में था और अब जवाहर भवन के पास) और मेरी इन लोगों से आख़िरी मुलाकात 21 जून 2015 को हुई थी अपने परिवार के लोगो के साथ। वहां भी इन अधिकारियों का कहना है, यह मामला आपके और डीलर के मध्य का है, आप खुद सुलझाये?
यह कहाँ की बात हुई की हम खुद सुलझाएं बताएँगे……? अगर ऐसा ही तो जब आप लोग हमारे लिए ARDSHIP देते है तो किस कारण से हम लोगो का interview लेते है….? किस कारण से हम लोगो को पैसा लगाने को कहते है…? किस कारण से एक ही वेंडर से वर्कशॉप की मशीनरी को खरीदने को कहते है…? किस कारण से एक ही प्रिंटिंग प्रेस से 25000 से 35000 तक की स्टेशनरी खरीदने को कहते है। जैसे मेरे लिए मशीनरी के लिए लखनऊ की सत्यपाल बक्शी एंड संस से (जिनको आपकी कंपनी ने आज लखनऊ में ब्राइट ऑटो सेल्स नाम से डीलरशिप दी है) और (यूनियन प्रिंटर्स लखनऊ) से स्टेशनरी के लिए दवाब दिया जाता है…? क्योंकि जब मेरी ARDSHIP का आपकी कंपनी के तत्कालीन TSM श्री विक्रम राज सिंह जी (जो आज मारुती सुजुकी) में है ने अनुमोदन (अप्प्रोवेल) दिया था और इन दोनों वेंडर लोगो से 36000 रूपए का स्टेशनरी और 270000 रूपये से अधिक की मशीनरी का DD (डिमांड ड्राफ्ट) की मांग की थी…? आप लोग बता सकते है…? किस कारण से जब कंपनी की तरफ आप लोग हम ARD लोगो को लखनऊ में मीटिंग को बुलाते है तो उस मीटिंग का खर्चा आपके डीलर लोग हम ARD लोग से वसूलते है…? ऐसे सारे साक्ष्य है, जिनको आपके डीलर और कंपनी मानने से इनकार करती है…?
इस कारण से या तो आप लोग मेरे साथ न्याय करे या मेरे लिए मेरे अकाउंट को, मेरी बातो को गलत साबित करे…?
आपको इस ईमेल से पूर्व भी कई ईमेल और कई स्पीड पोस्ट से आपको सारे साक्ष्य दे चुका हूँ। लेकिन न तो आपको लखनऊ ऑफिस ने और न ही आपके नयी दिल्ली के ऑफिस ने कोई उचित कार्रवाई की ?
यह ईमेल आपको इसलिए कर रहा हूँ, क्योकि मेरे एजेंसी का निस्तारण करे बिना आपके बदायूं के डीलर गोयल संस के मैनेजर अनुपम जिम्मी ने और आपके TSM राकेश जोशी ने मेरी एजेंसी के कार्यक्षेत्र उसावां बदायूं में नया ARD खोलने जा रहे है, जो मेरे व्यवसायिक हितों और मेरे क़ानूनी हितों का खुला उल्लंघन है।
अगर आपके डीलर और कंपनी के अधिकारीगण ऐसा करते है तो मेरे लिए माननीय न्यायालय में इस बाबत अपनी बात रख कर आपको न्यायालय में लाना होगा। जिसके समस्त हर्जे खर्चे के जिम्मेवार आप लोग और आपकी कंपनी और आपके अधिकारीगण स्वयं होंगे।
अत: आपको कहना है, मेरी समस्या का समाधान डीलर और कंपनी के मध्य निपटाकर मेरा हिसाब किताब जो आपका और आपकी कंपनी का मेरी तरफ निकल रहा हो, और जो पेपर आदि लेने-देने हो का समाधान करा दिया जाये।
उम्मीद है आप लोग मेरे इस ईमेल पर संज्ञान लेंगे और आवश्यक रिप्लाई करेंगे।
आपके उत्तर की प्रतीक्षा में।
अन्यथा मैं 5 अक्टूबर 2015 दिन सोमबार को आपके प्रधान कार्यालय पर भूख हड़ताल पर बैठ जाऊंगा और तब तक वहां से नहीं हटूंगा जब तक आप मेरी समस्या का समाधान और उसका निस्तारण नहीं कर देते है।
राहुल गुप्ता
ARD – गुप्ता सेल्स – उसावां, बदायूं।
(GSHERO – GOEL SONS – BADAUN)
ARD CODE – 40159
MOBILE NO. – 09457030454, 9756429696