नई दिल्ली: आईएस के चंगुल से लौटे अरीब मजीद ने बड़ा खुलासा किया है. मजीद ने कहा कि महिलाओं का इस्तेमाल सेक्स के लिए होता है. भारतीयों को लड़ने लायक नहीं समझते हैं. आईएस के चंगुल से लौटे कल्याण के अरीब मजीद के खिलाफ एनआईए ने 8 हजार पेज की चार्जशीट दायर की है. मजीद ने बताया है कि आईएस महिलाओं को सेक्स का सामान मानता है. भारतीयों को लड़ाई के लायक भी नहीं समझा जाता. उसने यह भी कहा कि संगठन में भारतीयों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार किया जाता है. अरीब ने अपने बयान में कहा है कि महिलाओं का इस्तेमाल यौन उद्देश्यों के लिए किया जाता है. दूसरी वजह यह कि अरब के लोगों को वास्तविक लड़ाका माना जाता है जबकि भारतीयों को दोयम दर्जे का माना जाता है. इन्हीं सब वजहों के चलते मैंने भारत लौटने का फैसला किया.
खूंखार आतंकी संगठन आईएसआईएस (इस्लामिक स्टेट) छोड़कर भारत लौटे मुंबई के अरीब मजीद ने जो खुलासे किए हैं वो हैरान करने वाले हैं. मजीद ने बताया है कि आईएसआईएस महिला और पुरुषों को ‘सेक्स स्लेव’ (सेक्स के लिए बनाया गया गुलाम) के तौर पर इस्तेमाल करते हैं. इन सभी बातों का जिक्र करते हुए जांच एजेंसी एनआईए ने मजीद के खिलाफ 8000 पन्नों की चार्जशीट दायर की है. इस चार्जशीट में मजीद की तरफ से कई चौकाने वाले खुलासे किये हैं.
एनआईए के मुताबिक मजीद ने आईएसआईएस छोड़ने की वजह बताते हुए कहा है कि आईएसआईएस के लड़ाके भारतीयों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार करते थे. उसने आगे बताया कि आईएसआईएस के लड़ाके महिलओं को सेक्स ऑब्जेक्ट की तरह इस्तेमाल करते हैं. यह सब मुझे सही नहीं लगा और मैंने आईएसआईएस छोड़ने का मूड बना लिया. आपको बताते चलें कि मजीद के तीन और दोस्त भी आईएस के लिए जिहाद करने इराक गए थे. इनके नाम फहाद शेख, अमन तंडेल और शाहीम टंकी हैं. मजीद ने मुताबिक, ‘इंटरनेट पर जो आईएस के वीडियो जारी किए जाते हैं, हकीकत में वैसा कुछ नहीं है क्योंकि इस संगठन में गैर इस्लामी काम किए जाते हैं.’
मजीद ने बताया कि वह इंटरनेट के जरिए आईएस के संपर्क में आया. इसमें एक अफगान इंजीनियर रहमान दुलाती की भूमिका भी थी जिसने मुंबई से इंजीनियरिंग की थी और अफगानिस्तान लौटने के बाद भी कभी-कभी भारत आता था. उसने मुंबई के एक धर्मगुरु आदिल डोलारिस का नाम भी लिया है जिसने उसे आईएस में शामिल होने के लिए उकसाया था.