केंद्र सरकार इंटरनेट पर आतंकी प्रचार पर चाबुक चलाते हुए बुधवार को दो वेबसाइटों और फेसबुक पर कुछ पन्नों को प्रतिबंधित कर दिया। इन पर देश की संप्रभुता को नुकसान पहुंचाने वाली सामग्री थी। यह फैसला एक उच्चस्तरीय बैठक में किया गया जिसमें दूरसंचार, गृह मंत्रालय और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी शामिल थे। बैठक भारतीय कंप्यूटर आपात प्रतिक्रिया दल ने बुलाई थी। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, आईबी और कुछ पुलिसकर्मियों के अनुरोध पर सीईआरटी-इन ने आईएस से संबंधित दो वेबसाइटों को ब्लॉक कर दिया है। दो फेसबुक पन्नों को भी ब्लॉक कर दिया गया है जिन्हें कश्मीर में अज्ञात लोग चला रहे थे।
आईएसआईएस का प्रचार कर रही दो वेबसाइटों पर कैसे बम बनाया जाता है और संगठन के प्रशिक्षण मॉड्यूल था। अधिकारी ने कहा कि सरकार ने इस साल आतंकी गतिविधियों से संबंधित करीब 55-60 वेबसाइट और सोशल नेटवर्किंग साइट के पन्नों को ब्लॉक कर दिया है। केंद्र सरकार ने बुधवार को कहा कि सांप्रदायिक सौहार्द और राष्ट्रीय सुरक्षा को बाधित करने के लिए सोशल मीडिया के दुरुपयोग पर अंकुश लगाया जाएगा। संचार एवं आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने एक सवाल के जवाब में कहा, जहां तक चरमपंथ, सांप्रदायिकता या आतंकी समर्थक विचारों का सवाल है तो गृह मंत्रालय और हमारे मंत्रालय के बीच समन्वय के लिए उचित तंत्र है। मंत्री ने कहा, हमारी व्यापक प्रतिबद्धता की पहचान करते हुए निश्चित तौर पर सुरक्षा के मामले में सांप्रदायिक सौहार्द के मामले में और उग्रवाद के मामले में अगर कुछ कदम उठाना जरूरी होगा तो ऐसा किया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि घृणा फैलाने वाले संदेशों खासतौर पर सांप्रदायिक अर्थ लिए आपत्तिजनक सामग्रियों को तुरंत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से हटाया जा सकता है।