एक कहावत है दरवाजे पर बारात आ गयी और घर का मुखिया कहता है बारात आ गयी चूल्हे पर हांड़ी चढ़ा दो जल्दी से ….पुरे साल आराम, शराब और मीट की पार्टी का दौर, नोएडा से आये जी मीडिया के उच्चाधिकारी की आवभगत और ऑफिस में क्या चल रहा है, ऑफिस के स्टाफ को एक दूसरे के सामने नीचा दिखाना और जब विधानसभा चुनाव के पहले चरण के वोटिंग में महज पंद्रह दिन बचे है तो अब शिवपूजन झा का हैंगओवर उतरा है कि रेवेन्यू कहां से आये? अपने काम का ठीकरा जिले के स्ट्रिंगरों पर थोप दिया तो फिर आनन फानन उनके सलाहकार समिति मंडल में शामिल चाटुकार धीरज ठाकुर और प्रमोद झा ने शिवपूजन झा को सलाह दी और शिवपूजन झा को सलाह पसंद आ गयी…. फिर शिवपूजन झा एंड कंपनी ने सभी जिले के स्ट्रिंगरों को पटना ऑफिस बुलाकर मीटिंग की जिसमें सभी स्ट्रिंगरों को प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से ढाई लाख रुपये देने का फरमान सुना दिया।
साफ़ साफ़ कहा गया है यह आखिरी मौका है अगर आप लोग बिज़नेस नहीं देते है तो चैनल विधानसभा के बाद बंद कर दिया जायेगा, ऊपर से आदेश आया है। आप लोग देख लीजिये क्या करना है, चैनल हेड के इस घोषणा के बाद स्ट्रिंगर सकते में आ गए हैं। वो पेशोपेश में है कि खबर करे कि नेताओं के आगे पीछे कर चैनल के लिए दलाली करे, दूसरी तरफ चैनल के सभी स्ट्रिंगर और मार्केटिंग टीम भी इस सोच में है कि जी पुरवैया के लिए विज्ञापन मांगे कि मौर्य टीवी के लिए। क्योंकि चैनल का लोगो अब मौर्या टीवी हो गया है…… क्या दिल्ली में बैठे जी मीडिया के वरिष्ठ लोगों को इस बात की जानकारी है कि पटना में बैठे उनके प्रतिनिधि शिवपूजन झा पेड न्यूज़ के लिए दवाब बना रहे हैं।
झारखण्ड विधानसभा चुनाव में जी पुरवैया का हश्र तो दिख ही चुका है कई जिलो के स्ट्रिंगरों ने जी तोड़ मेहनत कर चैनल के लिए खबर करने के साथ-साथ चैनल के रेवेन्यू में भी योगदान दिया। लेकिन चुनाव के बाद उनको चैनल से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। कुछ स्ट्रिंगरों ने यह बताया कि चुनाव के दौरान शिवपूजन झा जिस-जिस इलाके में गए वहां के स्ट्रिंगर ने उनकी खातिरदारी शराब और मीट से नहीं की। ये भी एक कारण बना, शिवपूजन झा का चुनाव में दवाब बनाना भी सही है। आखिर विधानसभा चुनाव है, झारखण्ड विधानसभा चुनाव के बाद पटना में बना रहे अपने निजी आवास में काम लगाया था और अब बिहार विधानसभा चुनाव…. शिवपूजन झा यह सोच रहे होंगे इस चुनाव के बाद मकान पूरी तरह से बन जाए। पता नहीं फिर मौका कब मिले, भगवान बचाये ऐसे चैनल हेड से जो अपने काम की नाकामी की वजह से कई लोगो का चूल्हा बंद करने की तैयारी में लगा हो..