रूस ने आईएसआईएस और अन्य आतंकवादी समूहों के खिलाफ लड़ाई में सैन्य सहायता के सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद के अनुरोध के बाद सीरिया में हवाई हमले शुरू कर दिए हैं। रूसी दूतावास ने भारत के विदेश मंत्रालय को आधिकारिक रूप से इसकी सूचना दी। दूतावास द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है।
सीरिया में हवाई हमले के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को वहां की संसद से मंजूरी मिल जाने के बाद यह विज्ञप्ति जारी हुई है। अफगानिस्तान में सोवियत कब्जे के बाद यह रूस का पहला दूरस्थ युद्ध अभियान होगा। राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन को सीरिया में हवाई हमला करने के लिए आज संसद से मंजूरी मिल गई। यह अफगानिस्तान में सोवियत संघ के कब्जे के बाद सुदूर क्षेत्र में लड़ाई में रूस की पहली भागीदारी होगी। यह घोषणा ऐसे समय में आयी है जब पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा सीरिया में इस्लामिक स्टेट को पराजित करने के तौर तरीकों पर तथा देश के संकटग्रस्त नेता बशर अल असद की भूमिका के संदर्भ में प्रतिद्वंद्वी योजनाओं को आगे बढा रहे हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा है कि अमेरिका, सीरिया में रूस के हमलों का स्वागत करता है बशर्ते वो केवल इस्लामिक स्टेट और अल कायदा के खिलाफ हो। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि अमेरिका चाहता है बशर अल असद अपना पद छोड़ दें।