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तुर्की के दैनिक अख़बार ने राष्ट्रपति की आलोचना करने के लिए पत्रकार को निकाला

तुर्की के दैनिक अख़बार ’मिल्लियत डेली’ ने ट्वीटर में तुर्की के राष्ट्रपति ताईप रजेप एर्दोगान की आलोचना करने के लिए प्रसिद्ध पत्रकार कुदरी गुरज़ेल को नौकरी से निकाल दिया है। 22 जुलाई को अख़बार ने उन्हें नोटिस देते हुए कहा है कि उनकी बातों से ’कामकाजी माहौल’ ख़राब हुआ है। पत्रकार ने ट्वीटर में अपनी टिप्पणी में राष्ट्रपति एर्दोगान को तुर्की में आतंकवादी दल ’इस्लामी राज्य’ (इरा) के उत्थान का कारण बताया था। तुर्की भाषा में उन्होंने लिखा था — बड़ी शर्म की बात है कि सुरूच में की गई आतंकवादी कार्रवाई के सिलसिले में अपनी सम्वेदना व्यक्त करने के लिए विदेशी नेता उस व्यक्ति को फ़ोन कर रहे हैं, जो तुर्की में ’इरा’ द्वारा की जा रही आतंकवादी कार्रवाइयों का कारण है।

<p>तुर्की के दैनिक अख़बार ’मिल्लियत डेली’ ने ट्वीटर में तुर्की के राष्ट्रपति ताईप रजेप एर्दोगान की आलोचना करने के लिए प्रसिद्ध पत्रकार कुदरी गुरज़ेल को नौकरी से निकाल दिया है। 22 जुलाई को अख़बार ने उन्हें नोटिस देते हुए कहा है कि उनकी बातों से ’कामकाजी माहौल’ ख़राब हुआ है। पत्रकार ने ट्वीटर में अपनी टिप्पणी में राष्ट्रपति एर्दोगान को तुर्की में आतंकवादी दल ’इस्लामी राज्य’ (इरा) के उत्थान का कारण बताया था। तुर्की भाषा में उन्होंने लिखा था — बड़ी शर्म की बात है कि सुरूच में की गई आतंकवादी कार्रवाई के सिलसिले में अपनी सम्वेदना व्यक्त करने के लिए विदेशी नेता उस व्यक्ति को फ़ोन कर रहे हैं, जो तुर्की में ’इरा’ द्वारा की जा रही आतंकवादी कार्रवाइयों का कारण है।</p>

तुर्की के दैनिक अख़बार ’मिल्लियत डेली’ ने ट्वीटर में तुर्की के राष्ट्रपति ताईप रजेप एर्दोगान की आलोचना करने के लिए प्रसिद्ध पत्रकार कुदरी गुरज़ेल को नौकरी से निकाल दिया है। 22 जुलाई को अख़बार ने उन्हें नोटिस देते हुए कहा है कि उनकी बातों से ’कामकाजी माहौल’ ख़राब हुआ है। पत्रकार ने ट्वीटर में अपनी टिप्पणी में राष्ट्रपति एर्दोगान को तुर्की में आतंकवादी दल ’इस्लामी राज्य’ (इरा) के उत्थान का कारण बताया था। तुर्की भाषा में उन्होंने लिखा था — बड़ी शर्म की बात है कि सुरूच में की गई आतंकवादी कार्रवाई के सिलसिले में अपनी सम्वेदना व्यक्त करने के लिए विदेशी नेता उस व्यक्ति को फ़ोन कर रहे हैं, जो तुर्की में ’इरा’ द्वारा की जा रही आतंकवादी कार्रवाइयों का कारण है।

सोमवार को तुर्की में सीरिया की सीमा से कुछ दूर स्थित सुरूच नगर के साँस्कृतिक केन्द्र के बाहर बनी चाय की एक दुकान पर एक आत्मघाती ने धमाका किया था। इस धमाके में 32 व्यक्ति मारे गए और 100 से ज़्यादा घायल हो गए। इस सांस्कृतिक केन्द्र में तुर्की के वे कुर्द जनसैनिक और युवा संगठनों के सदस्य इकट्ठे हुए थे, जो कोबानी नगर का पुनर्निर्माण करने के लिए और ’इरा’ के विरुद्ध लड़ने के लिए सीरिया जाने की तैयारी कर रहे थे। सरकार ने इस आतंकवादी कार्रवाई के लिए ’इरा’ को ज़िम्मेदार माना है।

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