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इस बर्बर कार्रवाई के खिलाफ पद यात्रा करें पीएम : स्‍वामी अग्निवेश

गुवाहाटी। जानेमाने सामाजिक कार्यकर्त्ता तथा देश में बड़े बांधों के खिलाफ लंबे समय से आंदोलन चला रहे स्वामी अग्निवेश ने कहा कि अरूणाचल में बन रहे बड़े बांधों को शीघ्र रोका जाना चाहिए। क्योंकि भूकंप प्रभावित क्षेत्र होने के कारण इस तरह के बांधों से पारिस्थितिकीय संकट आएगी और स्थानीय लोगों के लिए यह जानलेवा साबित होगा। कृषक नेता अखिल गोगोई के समर्थन में बुधवार को गुवाहाटी पहुंचे अग्निवेश ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बड़े बांधों के खिलाफ चल रहे अखिल के आंदोलन को राष्ट्रीय फलक देते हुए आंदोलन को और तेज किया जाएगा तथा किसी भी हालत में बांध का निर्माण कार्य पूरा नहीं होने दिया जाएगा।

<p>गुवाहाटी। जानेमाने सामाजिक कार्यकर्त्ता तथा देश में बड़े बांधों के खिलाफ लंबे समय से आंदोलन चला रहे स्वामी अग्निवेश ने कहा कि अरूणाचल में बन रहे बड़े बांधों को शीघ्र रोका जाना चाहिए। क्योंकि भूकंप प्रभावित क्षेत्र होने के कारण इस तरह के बांधों से पारिस्थितिकीय संकट आएगी और स्थानीय लोगों के लिए यह जानलेवा साबित होगा। कृषक नेता अखिल गोगोई के समर्थन में बुधवार को गुवाहाटी पहुंचे अग्निवेश ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बड़े बांधों के खिलाफ चल रहे अखिल के आंदोलन को राष्ट्रीय फलक देते हुए आंदोलन को और तेज किया जाएगा तथा किसी भी हालत में बांध का निर्माण कार्य पूरा नहीं होने दिया जाएगा।

गुवाहाटी। जानेमाने सामाजिक कार्यकर्त्ता तथा देश में बड़े बांधों के खिलाफ लंबे समय से आंदोलन चला रहे स्वामी अग्निवेश ने कहा कि अरूणाचल में बन रहे बड़े बांधों को शीघ्र रोका जाना चाहिए। क्योंकि भूकंप प्रभावित क्षेत्र होने के कारण इस तरह के बांधों से पारिस्थितिकीय संकट आएगी और स्थानीय लोगों के लिए यह जानलेवा साबित होगा। कृषक नेता अखिल गोगोई के समर्थन में बुधवार को गुवाहाटी पहुंचे अग्निवेश ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बड़े बांधों के खिलाफ चल रहे अखिल के आंदोलन को राष्ट्रीय फलक देते हुए आंदोलन को और तेज किया जाएगा तथा किसी भी हालत में बांध का निर्माण कार्य पूरा नहीं होने दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि छोटे बांध बना कर बिजली उत्पादन करने के बदले बड़े बांध इसलिए बनाए जाते हैं कि उसमें भ्रष्टाचार की भारी गुंजाइश होती है। स्वामी अग्निवेश ने कहा कि देश में कई छोटे बांध का निर्माण कार्य ठप है जबकि बड़े बांधों के निर्माण कार्य में ज्यादा तेजी दिखाई जा रही है। स्वामी अग्निवेश ने कहा कि वे केन्द्र और राज्य की सरकार से मांग करते हैं कि इन जनविरोधी बांधों को तुरंत बंद किया जाए। क्योंकि देश में जहां इस तरह के बांध बने हैं गरीब उजड़े हैं और दशकों बीत जाने के बावजूद उनका पुनर्वास नहीं कराया गया है।

यहां के बांधों के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन करने की बातों को स्पष्ट करते हुए स्वामी अग्निवेश ने कहा कि बांध के मुद्दे पर उनकी विस्तृत बातचीत आसू सालहकार समुज्जवल भट्टाचार्य से हुई है और उन्होंने कृषक मुक्ति संग्राम समिति के साथ यहां आंदोलन करने का निर्णय लिया है वहीं इंडिया एगेंस्ट करप्शन और “जनआंदोलनों के राष्ट्रीय समन्वय’ के साथ देश की कई संगठन जो पूरी तरह से अखिल के साथ है, वह दिल्ली में आंदोलन करेंगे और केन्द्र सरकार पर दबाव बनाएंगे कि यहां बड़े बांधों का निर्माण कार्य रोका जाए।

गत 22 जून को हुए दिसपुर कांड की भर्त्सना करते हुए अग्निवेश ने कहा कि इसमें सरकार की भूल है। यदि सरकार लोगों की बातों को सिर्फ सुनने भर का कष्ट करती तो तीन लोग मारे नहीं जाते। उन्होंने कहा कि घटना की जांच हो और दोषियों को सजा दी जाए। लेकिन इस घटना के लिए प्रधानमंत्री, जो यहां से राज्य सभा के सदस्य हैं, यहां आकर सरकार की इस बर्बर कार्रवाई के खिलाफ पदयात्रा निकालें और मारे गए लोगों को श्रदांजलि दे। उन्होंने कहा कि यदि भावी प्रधानमंत्री राहुल गांधी किसानों को न्याय दिलाने के लिए यूपी में पदयात्रा कर सकते हैं तो फिर वर्तमान प्रधानमंत्री अपने क्षेत्र में सरकार के गलत नीतियों के खिलाफ पदयात्रा क्यों नहीं कर सकते।

यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार पहाड़ों और संरक्षित वनांचलों की जमीनों पर बसे लोगों को हटा कर गलत कर रही है, तो अग्निवेश ने कहा कि जहां जरुरी है वहां से निश्चित रूप से हटाया जाए,  लेकिन उसकी वैकल्पिक व्यवस्था किए बगैर तथा बंदूक और पुलिस की लाठी के सहारे कदापि नहीं। क्योंकि पहाड़ों पर बसे लोगों को आश्रय देना सरकार का दायित्व है।

गुवाहाटी से नीरज झा की रिपोर्ट.

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