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जेडे की हत्‍या के विरोध में लखनऊ की सड़क पर उतरे पत्रकार

लखनऊ : मुंबई के खोजी पत्रकार जेडे की हत्या के विरोध में उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ने लखनऊ के झूलेलाल पार्क में आज धरना प्रदर्शन कर विरोध जताया। धरने में राष्ट्रपति के नाम संबोधित एक ज्ञापन जिला मजिस्ट्रेट को सौंपा गया, जिसमें मांग की गई कि देश के विभिन्न स्थानों पर पत्रकारों पर हो रहे हमले एवं उत्पीड़न को रोकने के लिए राष्ट्रीय पत्रकार सुरक्षा कानून बनाया जाए, जिससे पत्रकार निर्भीकतापूर्वक निष्पक्ष पत्रकारिता कर भ्रष्टाचार को उजागर कर सकें। मिड डे के पत्रकार जे. डे को खोजी पत्रकारिता की कीमत अपनी जान गवां कर चुकानी पड़ी है। इसके पहले भी विभिन्न प्रान्तों में पत्रकारों की हत्याओं की अनेक घटनायें घटित हो चुकी हैं।

<p>लखनऊ : मुंबई के खोजी पत्रकार जेडे की हत्या के विरोध में उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ने लखनऊ के झूलेलाल पार्क में आज धरना प्रदर्शन कर विरोध जताया। धरने में राष्ट्रपति के नाम संबोधित एक ज्ञापन जिला मजिस्ट्रेट को सौंपा गया, जिसमें मांग की गई कि देश के विभिन्न स्थानों पर पत्रकारों पर हो रहे हमले एवं उत्पीड़न को रोकने के लिए राष्ट्रीय पत्रकार सुरक्षा कानून बनाया जाए, जिससे पत्रकार निर्भीकतापूर्वक निष्पक्ष पत्रकारिता कर भ्रष्टाचार को उजागर कर सकें। मिड डे के पत्रकार जे. डे को खोजी पत्रकारिता की कीमत अपनी जान गवां कर चुकानी पड़ी है। इसके पहले भी विभिन्न प्रान्तों में पत्रकारों की हत्याओं की अनेक घटनायें घटित हो चुकी हैं। <br />

लखनऊ : मुंबई के खोजी पत्रकार जेडे की हत्या के विरोध में उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ने लखनऊ के झूलेलाल पार्क में आज धरना प्रदर्शन कर विरोध जताया। धरने में राष्ट्रपति के नाम संबोधित एक ज्ञापन जिला मजिस्ट्रेट को सौंपा गया, जिसमें मांग की गई कि देश के विभिन्न स्थानों पर पत्रकारों पर हो रहे हमले एवं उत्पीड़न को रोकने के लिए राष्ट्रीय पत्रकार सुरक्षा कानून बनाया जाए, जिससे पत्रकार निर्भीकतापूर्वक निष्पक्ष पत्रकारिता कर भ्रष्टाचार को उजागर कर सकें। मिड डे के पत्रकार जे. डे को खोजी पत्रकारिता की कीमत अपनी जान गवां कर चुकानी पड़ी है। इसके पहले भी विभिन्न प्रान्तों में पत्रकारों की हत्याओं की अनेक घटनायें घटित हो चुकी हैं।

देश में पत्रकारों के लिए काम की परिस्थितियाँ अत्यन्त विषम हो गयी हैं और उनका उत्पीड़न आम बात हो गयी है। निष्पक्ष पत्रकारिता कर भ्रष्टाचार को उजागर करने जनता की बात को सरकार तक पहुँचाने से रोकने के लिए माफिया, नेता और कुछ अधिकारियों का एक गठजोड़ बन गया है जो कि न केवल पत्रकारों को धमकाने, उनका उत्पीड़न करने, जान से मार देने तक की घटनाओं को अंजाम दे रहा है। उ.प्र.जर्नलिस्ट एशोसियेशन ने राष्ट्रपति से माँग की है कि समस्त भारत में पत्रकारों और उनके परिजनों को सुरक्षा प्रदान किये जाने के लिए एक पृथक राष्ट्रीय पत्रकार सुरक्षा कानून बनाया जाये। पत्रकारों पर किसी भी आक्रमण को राष्ट्रीय कार्य में बाधा पहुँचाने का कार्य माना जाये और उसे गैर जमानती अपराध घोषित किया जाये। इस धरने में उपजा के प्रदेश अध्यक्ष रतन कुमार दीक्षित, प्रदेश महामंत्री सर्वेश कुमार सिंह, दैनिक जागरण के सुभाष सिंह और दैनिक जन संदेश के भारत सिंह सहित सैकड़ों की संख्या में पत्रकार शामिल हुए।

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