जालंधर: आम आदमी पार्टी के पंजाब इकाई के असंतुष्ट नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एक बैठक कर पार्टी छोड़ एक नए फ्रंट के गठन का ऐलान किया है। फ्रंट के काम काज के लिए 11 सदस्यीय एक समन्वय समिति भी बनाई गई है। इसमें सबसे खास बात यह रही कि असंतुष्ट कार्यकर्ताओं की बैठक में पार्टी के दो निलंबित सांसदों ने भी हिस्सा लिया और फ्रंट को अपना समर्थन देने की घोषणा की।
पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक के बाद आप के असंतुष्ट नेताओं ने कहा कि हम सबने पार्टी के कामकाज के तरीकों का विरोध करते हुए मीडिया के माध्यम से पार्टी छोड़ने का ऐलान कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी अपनी नीतियों से भटक से गई है और इस नीति के अनुसार काम करने के लिए हमने एक नया फ्रंट ‘आम आदमी पार्टी वॉलंटियर फ्रंट’ का गठन किया है। इस बारे में आप के निष्कासित नेता प्रणव रॉय ने बताया कि आम आदमी पार्टी अपने मूल उद्देश्यों से भटक गई है। पार्टी के निराश वॉलंटियर्स ने बैठक कर नए फ्रंट का गठन किया है जो पार्टी की नीतियों को लोगों के बीच आगे लेकर जाएगा। रॉय ने बताया कि फ्रंट के काम काज के लिए 11 सदस्यीय समन्वय समिति बनाई गई है। उन्होंने बताया कि फ्रंट में प्रमुख कोई नहीं हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि जनता से जुडे मसलों को राजनीतिक मंच पर उठाकर उसका समाधान कराना हमारा मुख्य उद्देश्य है। प्रदेश के अन्य जिलों में भी काम काज के लिए अलग-अलग कमेटी का गठन किया जाएगा। हमारे लिए सबसे अच्छी बात यह है कि पंजाब के दो सांसद डा.धर्मवीर गांधी तथा हरिंदर सिंह खालसा का फ्रंट को समर्थन प्राप्त है।
अगले विधानसभा चुनाव में शामिल होने के बारे में उन्होंने कहा कि यह भविष्य की बात है। अभी इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। हमें तो बस आम आदमी पार्टी की असली नीतियों को आगे ले जाना है और उसी आधार पर काम करना है क्योंकि पार्टी अपने उद्देश्यों से भटक गई है। रॉय ने आगे कहा कि इस बैठक में पंजाब के अलावा हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों के कार्यकर्ताओं ने भी हिस्सा लिया था और हमने हिमाचल प्रदेश के लिए भी फ्रंट का गठन किया है। हमारा उद्देश्य फ्रंट की उपस्थिति हर जगह कराना है। बैठक में आम आदमी पार्टी के दोनों निलंबित सांसद गांधी और खालसा भी मौजूद थे हालांकि, फ्रंट में उन्होंने कोई जिम्मेदारी नहीं ली है।