Samar Anarya : योगी आदित्यनाथ से पुरुस्कृत होकर उसे पारिवारिक कार्यक्रम बताने वाले उदय प्रकाश, गोरख पांडे से लेकर प्रतिरोध की हर आवाज को अपनी कहानियों में विदूषक बनाने वाले उदय प्रकाश, अनंतमूर्ति पर हमलों पर पुरस्कार न लौटाने वाले उदय प्रकाश, डाभोलकर की हत्या पर सन्न मार गए उदय प्रकाश, कलबुर्गी की हत्या के बाद बांसुरी सुनते फिर लम्बी चुप्पी ताने बैठे रहे उदय प्रकाश का जमीर अचानक जाग जाने की बधाई.
बाकी अभी सलाम-वलाम नहीं बनता, पुरस्कार लेने में ही नहीं, लौटाने में भी राजनीति होती है- इलाहाबादी में कहें तो गणित.
अभी समीकरण समझने दें, हमको तो ई किसी और पे निशाना लग रहा है- एक गैंग का.
अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकारवादी अविनाश पांडेय समर उर्फ समर अनार्या के फेसबुक वॉल से.