मुंबई : हिंदी और भोजपुरी भले ही अपने देश में उपेक्षित हों पर सात समुंदर पार मारिशस में भोजपुरी की पूजा होने वाली है. मारिशस में भोजपुरी मईया का मंदिर बनाया जा रहा है. इसके लिए जयपुर से फिलहाल 2 फीट की मूर्ति तैयार की गई है. बाद में वहां 108 फीट उंची मूर्ति लगाने की योजना है.
मॉरिशस के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री व इंडियन डायसपोरा एंड वर्ल्ड भोजपुरी सेंटर के अध्यक्ष जगदीश गोवर्धन ने बताया कि मॉरिशस के फुलियार गांव में आगामी 26 नवंबर को भोजपुरी माई की मूर्ति स्थापित की जाएगी. इस मूर्ति का अनावरण मॉरिशस के पूर्व राष्ट्रपति सर अनिरुद्ध जगन्नाथ के हाथों होगा.
मुंबई आए गोवर्धन ने बताया कि विश्व में भोजपुरी बोलने वालों की संख्या 20 करोड़ से भी अधिक है. 14 देशों में भोजपुरी भाषा बोली जाती है. अन्य देशों की अपेक्षा हिंदुस्तान में भोजपुरी भाषियों की संख्या अधिक होने के बावजूद भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनसूची में शामिल भाषाओं का दर्जा नहीं मिल पा रहा है.
उन्होंने बताया कि 14 जून 2011 को मॉरीशस की संसद में भोजपुरी को राष्ट्रीय भाषा का दर्जा प्रदान कर दिया गया. इस कार्यक्रम के लिए विश्वभर में वर्ल्ड भोजपुरी सेंटर आमंत्रण भेजेगा. भोजपुरी फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार ओझा ने बताया कि भोजपुरी मईया की मूर्ति जयपुर से तैयार करवा कर गोवर्धन जगदीश बुधवार को अपने साथ मॉरिशस ले जा रहे हैं.
उन्होंने बताया कि इस साल से मॉरिशस में भोजपुरी की पढाई भी शुरू हो गई. अब भोजपुरी भाषा में मिलने वाले अंक को परीक्षा के कुल अंकों में जोड़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि मॉरिशस में तो चीनी भी भोजपुरी बोलते हैं. हालांकि यहां की तरह मॉरिशस में भी अंग्रेजी को ज्यादा सम्मान मिलता है.
12 जनवरी से भोजपुरी यात्रा
गोवर्धन ने बताया कि मॉरिशस की नई पीढी को अपने पूर्वजों की भूमि से परिचित कराने के लिए आगामी 12 जनवरी से भोजपुरी यात्रा शुरू की जा रहा है. इस यात्रा के तहत मॉरिशस के अलावा फिजी, सुरीनाम, दक्षिण अफ्रीका आदि देशों के भोजपुरी भाषी भारत यात्रा पर आएंगे. यात्रा की शुरुआत कोलकता से होगी क्योंकि हमारे पूर्वज यहीं से पानी के जहाज पर बैठ कर इन देशों में गए थे. 12 व 13 जनवरी 2013 को कोलकता में दो दिवसीय विश्व भोजपुरी परिषद आयोजित किया जाएगा. यात्रा में आने वाले लोग भारत में अपने पूर्वजों की भूमि के दर्शन करेंगे.
मुंबई से पत्रकार विजय सिंह कौशिक की रिपोर्ट.