नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने अपने सभी अस्पतालों से डेंगू के मरीजों के इलाज के लिए ‘फीवर क्लीनिक’ खोलने को कहा है। राजधानी मे डेंगू के मामले तेजी से बढ़ने पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्वास्थ्य विभाग को प्रभावित लोगों के इलाज के लिए ‘हरसंभव’ प्रयास करने का निर्देश दिए है। दिल्ली में पिछले एक सप्ताह में 600 से अधिक मामले सामने आने के साथ ही इस साल डेंगू के मामलों की संख्या 1872 हो गई है। दिल्ली सरकार के अस्पतालों ने डेंगू के मामलों में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए अपने सभी डॉक्टरों, नर्सों और अन्य अर्धचिकित्साकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। केंद्र ने दिल्ली सरकार को मरीजों के लिए पर्याप्त मात्रा में प्लेटलेट्स उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
डेंगू के बढ़ते मामलों के बीच नगर निगम यह कहते हुए नए आंकड़े के साथ सामने आया है कि पिछले एक सप्ताह में 613 मामले सामने आए तथा 1 से 12 सितंबर के बीच 1041 मरीज डेंगू के परीक्षण में पॉजिटिव पाए गए है। वैसे निगम ने इस साल डेंगू से पांच मरीजों की मरने की बात कही है लेकिन विभिन्न अस्पतालों से प्राप्त आंकड़े उनकी संख्या आठ बताई जा रही है। दिल्ली सरकार ने डेंगू मरीजों को जगह देने के लिए 1000 और बिस्तर जोड़ने का निर्णय लिया है। यह फैसला पांच निजी अस्पतालों के इलाज से कथित इनकार करने के बाद एक सात साल के डेंगू मरीज की मौत के बाद आया है। गौरतलब है कि उस बच्चे की मौत के बाद उसके माता-पिता ने भी चार मंजिले मकान से कूदकर खुदकुशी कर ली थी जिससे व्यापक जनाक्रोश फैला था। नगर निगम ने कहा है कि पहली जनवरी से 12 सितंबर तक डेंगू के कुल मामले बढ़कर 1872 हो गए, जो पिछले पांच सालों में सबसे अधिक है। उसने कहा कि पांच सितंबर से 12 सितंबर तक 613 मामले सामने आए जो उसके पिछले सप्ताह की तुलना में 140 फीसदी अधिक है। राष्ट्रीय राजधानी में डेंगू के मामलों में इतनी तेजी से वृद्धि से नगर निकाय हलकान है और सभी ने जागरूकता एवं रोकथाम अभियान तेज कर दिया है।