न्यूयॉर्क: अमेरिका दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूयॉर्क में जी-4 मीटिंग में कहा कि आतंकवाद सबसे बड़े खतरे के रूप में सामने आया है। उन्होंने यूनाइटेड नेशंस सिक्युरिटी काउंसिल में भारत को जगह दिए जाने की भी वकालत की। प्रधानमंत्री ने कहा, “यूएन सिक्युरिटी काउंसिल (UNSC) में दुनिया में सबसे बड़े लोकतंत्र को जगह मिलनी ही चाहिए।” प्रधानमंत्री ने कहा कि दशकों से UNSC में सुधार रुका हुआ है। उन्होंने इसी सत्र में सुधार किए जाने की अपील की है। इस मीटिंग में भारत के अलावा जापान, जर्मनी और ब्राजील के लीडर शामिल हुए।
जी4 नेशन्स ब्राजील, जर्मनी, भारत और जापान का ग्रुप है। यह चारों देश यूनाइटेड नेशन्स सिक्युरिटी काउंसिल में स्थाई सीट के लिए एक-दूसरे का समर्थन करते हैं। वर्तमान में सिक्युरिटी काउंसिल में पांच स्थाई मेंबर चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका हैं। इन देशों के पास वीटो का अधिकार है। जी4 नेशन्स काउंसिल के मेंबर्स की संख्या बढ़ाने की बात करता है। मोदी ने संयुक्त राष्ट्र संघ में कई महत्वपूर्ण मुद्दे रखे कि साइबर और स्पेस फ्रंट में हमारे लिए नई चुनौतियां और मौके हैं। जब से यूएन का जन्म हुआ है, तब से हम मूलरूप से अलग तरह से दुनिया में रह रहे हैं। यूएन सिक्युरिटी काउंसिल को विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र को भी शामिल करना चाहिए। वैश्विक अर्थव्यवस्था बदल चुकी है। आतंकवाद बड़े खतरे के रूप में सामने आया है। दशकों से UNSC में सुधार रुका हुआ है। क्लाइमेट चेंज और आतंकवाद अहम चुनौती।