IIT मद्रास द्वारा एक छात्र समूह पर प्रतिबंध लगाए जाने के मामले में शुक्रवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी में सोशल मीडिया पर जमकर तकरार हुई.
राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा प्रतिबंध का उद्देश्य विरोध को दबाना है और वह इस तरह के प्रयासों के खिलाफ संघर्ष करेंगे. स्मृति ने पलटवार करते हुए उन्हें शिक्षा सहित शासन के मुद्दों पर बहस करने की चुनौती दी और उनपर एनएसयूआई के पीछे छिपकर अपनी लड़ाई लड़ने का आरोप लगाया.
राहुल गांधी ने अपने कार्यालय के ट्वीटर पर कहा कि मोदी सरकार की आलोचना करने के लिए IIT छात्र समूह पर प्रतिबंध तो आने वाले समय में क्या होगा? अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता हमारा अधिकार है. असहमति और चर्चा को दबाने के किसी भी प्रयास के खिलाफ हम लड़ेंगे.
इसका जवाब में स्मृति ने कहा कि अगली बार अपनी लड़ाई खुद लड़े, एनएसयूआई के पीछे न छिपें. मैं जल्द अमेठी लौट रही हूं. वहां आपसे मिलूंगी. असम में स्मृति ईरानी ने IIT की कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा कि संस्थान ने साफ कह दिया था कि छात्र समूह ने कुछ प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया और उन्हें पता था कि कार्रवाई होगी.
IIT, मद्रास मोदी सरकार के कामकाज की आलोचना के आरोप के बाद एक छात्र समूह पर प्रतिबंध लगाए जाने को लेकर विवादों में घिर गया है. संस्थान के कार्यवाहक निदेशक राममूर्ति ने बताया, छात्र संगठन अपनी गतिविधियों के प्रचार के लिए या समर्थन जुटाने के लिए आधिकारिक अनुमति लिए बिना कैंपस में कोई आयोजन नहीं कर सकते.
छात्र समूह पर प्रतिबंध के खिलाफ यहां मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी के आवास के बाहर एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं ने सरकार विरोधी नारे लगाए और छात्र समूह के खिलाफ कार्रवाई वापस लने की मांग की. पुलिस ने बैरीकेड तोड़ने की कोशिश कर रहे कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया.