Sumant Bhattacharya : जो जानते हैं, वो जानते हैं कि राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बेदाग नहीं हैं। अशोक गहलोत भी बेदाग नहीं हैं। दोनों ने एक-दूसरे को बचाया है..और बचाते आ रहे हैं। ललित मोदी ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के वक्त 12 हजार करोड़ रुपए का लैंड यूज चेंज किया। ऐसे संकेत मिले हैं कि इस कमाई का बड़ा हिस्सा रामोजी राव की कंपनी “ई टीवी” में लगा और ललित मोदी के खेल में शामिल अफसर इसके सर्वेसर्वा बने। इस सच की तस्दीक तब जयपुर के मेरे कलेक्टर मित्र, राजस्थान के उस वक्त के शहरी विकास मंत्री प्रताप सिंह सिंघवी ने व्यक्तिगत बातों में की थी। लैंड यूज चेंज के गेम में इन दो पदों की बेहद अहम भूमिका होती है, सो इनका जिक्र कर रहा हूं।
मेरी मार से त्रस्त सिंघवी ने तो यह भी बताया था कि इस खेल में राज्यपाल महोदया भी शामिल हैं..जो बाद में भारत की राष्ट्रपति बनीं। सो मोदी साहेब..भागवत साहेब, वसुंधरा का बचाव कतई ना करें… भारत आजिज आ चुका है इन रानी-राजाओं से। और गहलोत साहेब, दिल्ली में तो कांग्रेस का विरोध हो रहा है लेकिन राजस्थान में आपकी चुप्पी का क्या सबब है…? दलित नेता तो चुपाई मारने में उस्ताद हैं ऐसे मामलों में। आप मुझसे पूछेंगे कि क्या सबूत है मेरे पास..? तो मैं कहूंगा, कोई सबूत नहीं है मेरे पास, सिवाय मेरी सच्चाई के। …होता तो उसी वक्त इस खेल को सार्वजनिक ना कर दिया होता..? और फिर ऐसे खेलों का पर्दाफाश कैसे करेंगे… क्योंकि जो कुछ हुआ नियमों के तहत हुआ और नियमों को बनाने वाले भी यही हुक्मरान। ढक्कन भारत..कानून को समझों..नीतियों की मार झेलते दो सौ साल से ज्यादा हो गए पर अक्ल वहीं की वहीं….
वरिष्ठ पत्रकार सुमंत भट्टाचार्य के फेसबुक वॉल से.