नई दिल्ली। अंधविश्वास और धार्मिक कट्टरपंथ के खिलाफ आवाज उठाने वाले कन्नड लेखक प्रो. एम एम कलबुर्गी, गोविंद पानसरे रहा नरेन्द्र दाभोलकर की हत्या के विरोध में शनिवार को जंतर-मंतर पर विशाल प्रदर्शन हुआ। इस विरोध प्रदर्शन में दिल्ली समेत अन्य राज्यों से छात्र, रंगकर्मी, संस्कृतिकर्मी और लेखकों के 35 संगठन शामिल हुए। लेखकों और कलाकारों ने इन हत्याओं पर कडा प्रतिरोध जाहिर किया और उभरते कट्टरपंथ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की.
लेखकों ने कहा कि केंद्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समर्थित भाजपा सरकार आने के बाद धार्मिक अतिवादियों का हौसला बेतरह बढ़ गया है । तीन-तीन लेखकों की हत्याएं की जा चुकी हैं। हर तरफ अभिव्यक्ति पर लगातार हमले हो रहे हैं। और सरकारें दोषियों पर कडी कारवाई न करके उन्हें बढावा दे रही हैं। कार्यक्रम में कई छात्र संगठनों और संस्कृतिकर्मियों ने कार्यक्रम पेश किया। कार्यक्रम में मलयश्री हाशमी, मुरली मनोहर प्रसाद सिंह, आनंद स्वरूप वर्मा, सुभाष गाताडे, अली जावेद अली, पंकज सिंह, नीलाभ, मदन कश्यप, कृष्ण कल्पित, अजय सिंह, बालेन्दु स्वामी आदि उपस्थित रहे।
इस प्रदर्शन में दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, आंध्र प्रदेश से कलाकारों ने शिरकत की। कार्यक्रम का आयोजन आगाज सांस्कृतिक मंच , जन संस्कृति मंच, आइसा , एआईएसएफ, दिशा, अनहद, प्रगतिशील लेखक संघ, जनवादी लेखक संघ, हिंसा के खिलाफ कला, सिनेमा आॅफ रजिस्टेंस, हमलोग, इप्टा, जनहस्तक्षेप, कविता 16 मई के बाद, प्रोग्रेसिव राइटर्स एसोसिएशन आदि 35 संगठनों ने मिलकर किया। कार्यक्रम का संचालन अशोक कुमार पाण्डेय और संजीव ने किया। प्रदर्शन के दौरान लेखकों—कलाकारों की संख्या 500 से ज्यादा रही.