गुजरात: गुजरात में पटेल आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे पटेल नेता हार्दिक पटेल तथा उनके लगभग 35 समर्थकों को पूरे दिन गिरफ्तारी के बाद रात में जमानत पर रिहा कर दिया गया। इससे पहले हार्दिक और उनके समर्थकों को सूरत के सर्किट हाउस में मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जिन्होंने उन्हें जमानत दे दी। हार्दिक पटेल और उनके समर्थकों को सूरत में बिना प्रशासनिक मंजूरी के एकता यात्रा निकालने के आरोप में पुलिस ने मानगढ़ चौक के निकट हिरासत मे ले लिया, जिसके विरोध में सूरत, अहमदाबाद तथा महेसाणा में कुछ स्थानों पर प्रदर्शन हुए हैं।
उधर मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने सूरत के मांडवी में एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी और ऐसा करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। उन्होंने कहा राज्य की शांति को भंग करने के प्रयासों सहन नहीं किया जा सकता। बाद में उन्होंने गांधीनगर में अपने आवास पर एक समीक्षा बैठक भी बुलायी तथा लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की। इसमें मंत्री नीतिन पटेल तथा सौरभ पटेल और मुख्य सचिव तथा गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक भी उपस्थित थे। सूरत पुलिस ने हार्दिक तथा उनके साथियों के खिलाफ धारा 188 के तहत सरकारी आदेश को भंग करने का मामला भी दर्ज किया है। इस बीच, सोशल मीडिया पर अफवाहों पर रोक के लिए सूरत, अहमदाबाद और राजकोट में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर अभी भी प्रतिबंध लगा हुआ है। सूरत और अहमदाबाद में फिलहाल 24 घंटे के लिए जबकि राजकोट में सात दिन के लिए यह प्रतिबंध लगाया गया है। सूरत के कापोदरा में पास के प्रदर्शनकारियों ने स्टेट रिजर्व पुलिस बल (एसआरपी) के एक बस को जलाने का प्रयास किया। पुलिस ने प्रदर्शकारियों को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोडे। शहर में सिटी बसों का परिचालन स्थगित कर दिया गया है। हीरावाडी के निकट महिलाओं ने चक्काजाम का प्रयास किया। उधर अहमदाबाद के एक दो स्थानों पर भी पत्थरबाजी तथा प्रदर्शन की सूचना है। शहर में भी पुलिस ने सीआरटी चार रास्ता, बापूनगर तथा ठक्करबापा विस्तार में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोडे।