Ashwini Sharma : मामला हारर (ऑनर) किलिंग का है… लेकिन एक बात ये समझ से परे है की स्टार इंडिया के पूर्व सीईओ पीटर मुखर्जी तेरह साल तक समझ नहीं सके की शीना साली नहीं सौतेली बेटी है… एक अदना इंसान भी अपने नजदीकी रिश्तेदारों को भलीभाँति पहचान लेता है लेकिन एक बड़े मीडिया कंपनी का कर्ताधर्ता अपनों को नहीं पहचान पाता है… वैसे अभी बड़ा खुलासा बाकी है. छोटे मोहरे चेहरे नकाब में दिख रहे हैं. अभी बड़े का फंसना बाकी है…
नाम, शोहरत, और पैसे का हवस इंसान को जानवर बना देता है… रिश्तों की अहमियत भी मर जाती है… संवेदनहीन इंसान पाप करते हुए भूल जाता है जो वो बो रहा है उसे ही काटना होगा… झूठी शान की खातिर वारदात का हिस्सा बनता है और फिर खुद भी शिकार बन जाता है… काश हर क्रिमिनल ये समझ सके… मुंबई पुलिस केस सुलझाने के करीब है… राकेश मारिया के लिए ये बड़ा मामला नहीं है… बहुत फर्क है मुंबई और बाकी जगहों की पुलिस में… माया नगरी की पुलिस में वाकई दम है…
टीवी जर्नलिस्ट अश्विनी शर्मा के फेसबुक वॉल से.