हॉलीवुड से शुरू हुई metoo कैंपेन के बाद से हर कोई सेक्सुअल हरेसमेंट यानी यौन उत्पीडन की बात कर रहा है. बॉलिवुड की कई बड़ी अभिनेत्रियों ने भी बढ़ चढ़ कर इस पर अपने विचार रखे. तो वहीं अब मशहूर कोरिग्राफर सरोज खान ने इसे एक नया मोड़ दे दिया है. अपने बेबाक बयानों के लिए मशहूर सरोज ने अपने हालिया बयान में कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में अगर रेप या कास्टिंग काउच होता है तो रोटी भी मिलती है.
जिसके साथ गलत हुआ है उसे छोड़ नहीं दिया जाता, बल्कि उसे काम दिया जाता है. हालांकि उनका यह भी कहना है कि वे बलात्कार जैसे जघन्य अपराध का पक्ष नहीं ले रही हैं. बल्कि इस बयान से वे यह कहने का प्रयास कर रही थी कि कास्टिंग काउच हर जगह होता है और न ही यह कोई नई चीज है, तो लोग फिल्म इंडस्ट्री का ही नाम क्यों हर बार ऐसे मामलों में घसीटते हैं. उन्होंने आगे कहा कि कास्टिंग काउच कोई नई बात नहीं है. यह तो बाबा आदम यानी पुराने जमाने से चलता आ रहा है.
सरोज यहीं नहीं रुकी. उन्होंने आगे कहा कि हर लड़की के ऊपर कोई न कोई हाथ साफ करने की कोशिश करता है. सरकार के लोग तक भी करते हैं, फिर लोग फिल्म जगत के पीछे क्यों पड़े हैं. फिल्म जगत कम से कम रोटी तो देता है. रेप करके छोड़ तो नहीं देता. यह लड़की के ऊपर है कि वह क्या चाहती है. अगर वह चाहती है की किसी के हाथ न आना तो न आए. सरोज के मुताबिक, कास्टिंग काउच के लिए दोषी लड़की ही है, क्योंकि उसने ऐसा होने दिया.
हालांकि यह बयान देने के बाद उन्होंने माफ़ी भी मांग ली. माफ़ी मांगते हुए सरोज ने कहा कि मुझे अपने बयान पर खेद है और मैं अपने बयान के लिए माफी मांगती हूं.