माननीय मुख्यमंत्री महोदय,
उत्तर प्रदेश सरकार,
लखनऊ
विषय: बलिया जिला में सिर्फ भ्रष्टाचार का ही बोलबाला है
माननीय महोदय,
सबसे पहले तो मैं अपनी एप्लीकेशन द्वारा जिले की सच्चाई से अवगत कराने के लिए माफ़ी चाहता हूँ | हो सकता है मेरी बातें बहुत से लोगों को बुरी लगे | मगर एक आम आदमी एक एप्लीकेशन लिखने के सिवा और कर ही क्या सकता है | प्रशासन सब कुछ जानते हुए भी मौन है | या शायद प्रशासन ये नहीं चाहता कि जिले से भ्रष्टाचार दूर हो | बलिया जिला में सरकारी अधिकारी अपने आपको ऐसे समझते है कि सब कुछ वही हैं | ऊपरी प्रशासन का उन्हें बिलकुल भी डर नहीं है| पैसे खाकर उलटी सीधी कुछ भी रिपोर्ट लगा सकते हैं| कोई पूछने जांचने वाला नहीं है|
यहाँ अधिकारी लोग मुर्दे के नाम से भी आवास आवंटित करके फर्जी खाते में ट्रांसफर दिखाकर पैसे का गोलमाल कर देते हैं | जांच के आदेश कहीं से भी आया हो बलिया प्रशासन को कोई फर्क नहीं पड़ता है | मनरेगा के तहत बिना काम किये हुए फर्जी तरीके से पैसे उतार लिए जाते हैं | माननीय महोदय से निवेदन है कि जनसुनवाई पोर्टल बंद कर दिया जाना चाहिए | क्योंकि सिर्फ जनता का समय खराब करने के अलावा और वो साइट कुछ भी नहीं है | मैंने खुद इस पोर्टल पर दस से ज्यादा शिकायतें कि होंगी मगर कोई जांच नहीं हुई | एक शिकायत रास्ते/चकरोड के अति क्रमण कि भी थी | मगर तीन बार उसपर गलत रिपोर्ट लगाकर मामले का निस्तारण दिखया गया है | इसमें जांच अधिकारी/लेखपाल महोदय ने पैसे खाकर गलत रिपोर्ट लगा दी है कि अतिक्रमण हटवा दिया गया है मगर स्थिति वैसे कि वैसे ही है | पुलिस भी पासपोर्ट वेरिफिकेशन के नाम पर लोगों से पैसे वसूलती है और जो नहीं देता है उसकी गलत रिपोर्ट लगाकर भेज देती है | और उस आदमी का पासपोर्ट लटक जाता है|
मुझे मालूम है इस पर कोई कार्यवाही नहीं होगी | मगर फिर भी प्रशासन को सच्चाई से अवगत कराना चाहता हूँ | माननीय मुख्यमंत्री कहते हैं उम्मीदों का प्रदेश उत्तर प्रदेश | मगर किसकी और कैसी उम्मीदें | यहाँ तो सिर्फ पैसों के बल पर काम होता है चाहे वो काम कितना भी गलत क्यों ना हो | आर टी आई का तो बलिया प्रशासन कभी जवाब देता ही नहीं है | जिसको जो कुछ करना है करले | ऐसा प्रशासन ने ठान रखा है|
धन्यवाद
भवदीय,
सिंहासन चौहान
मोब.: 9839932064
[email protected]