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ये हैं चैनल चलाने के आधारभूत नियम एवं दिशा निर्देश

विनोद विप्‍लव: ढिबरी चैनल का घोषणा पत्र – भाग 5 : जैसा कि पहले बताया गया है कि हमने अपने पूज्य पिता जी ढिबरी लाल के नाम को रोशन करने के लिये ढिबरी चैनल खोलने की योजना बनायी है। इस चैनल को शुरू करने के लिये हमने अपनी अंटी से एक ढेला लगाये बगैर ही करोड़ों रुपयों का इंतजाम कर लिया। जब यह तय हो गया कि ढिबरी चैनल शुरू करने और चलाने में पैसे की कोई नहीं आयेगी, बल्कि छप्पर फाड़ कर पैसों की बरसात होगी, तब हमने चैनल चलाने के संबंध में कुछ नियम बनाये ताकि भविष्‍य में इसमें काम करने वाले लोगों को दिशा-निर्देश मिलता रहे।

<p style="text-align: justify;"><img src="http://bhadas4media.com/images/10-8p4/vkv.jpg" border="0" alt="विनोद विप्‍लव" align="left" />: <strong>ढिबरी चैनल का घोषणा पत्र - भाग 5 </strong>: जैसा कि पहले बताया गया है कि हमने अपने पूज्य पिता जी ढिबरी लाल के नाम को रोशन करने के लिये ढिबरी चैनल खोलने की योजना बनायी है। इस चैनल को शुरू करने के लिये हमने अपनी अंटी से एक ढेला लगाये बगैर ही करोड़ों रुपयों का इंतजाम कर लिया। जब यह तय हो गया कि ढिबरी चैनल शुरू करने और चलाने में पैसे की कोई नहीं आयेगी, बल्कि छप्पर फाड़ कर पैसों की बरसात होगी, तब हमने चैनल चलाने के संबंध में कुछ नियम बनाये ताकि भविष्‍य में इसमें काम करने वाले लोगों को दिशा-निर्देश मिलता रहे।</p>

विनोद विप्लव

: ढिबरी चैनल का घोषणा पत्र – भाग 5 : जैसा कि पहले बताया गया है कि हमने अपने पूज्य पिता जी ढिबरी लाल के नाम को रोशन करने के लिये ढिबरी चैनल खोलने की योजना बनायी है। इस चैनल को शुरू करने के लिये हमने अपनी अंटी से एक ढेला लगाये बगैर ही करोड़ों रुपयों का इंतजाम कर लिया। जब यह तय हो गया कि ढिबरी चैनल शुरू करने और चलाने में पैसे की कोई नहीं आयेगी, बल्कि छप्पर फाड़ कर पैसों की बरसात होगी, तब हमने चैनल चलाने के संबंध में कुछ नियम बनाये ताकि भविष्‍य में इसमें काम करने वाले लोगों को दिशा-निर्देश मिलता रहे।

ये नियम बहुत काम के हैं और चैनल चला रहे अथवा चैनल शुरू करने के बारे में सोच रहे लोगों के लिये अत्यंत उपयोगी हैं। अगर वे चाहें तो इन नियमों को अपने यहां लागू कर सकते हैं। ये नियम इस प्रकार हैं –

1. ढिबरी चैनल की इमारत बनाने का ठेका मेरे ताऊजी के लड़के को ही दिया जायेगा, अगर ऐसा नहीं किया गया तो पिताजी की आत्मा को कष्‍ट होगा। अगर सूचना और प्रसारण मंत्री इस बात पर अड़ गये कि इमारत बनाने का ठेका उनके साले को दिया जाये तब भी सीमेंट, सरिया और टाइल्स जैसी भवन निर्माण की सारी सामग्रियां मेरे ताऊजी के बेटे की दुकान से ही मंगानी होगी।

2. अगर हमारे परिवार में कोई शादी-विवाह अथवा अथवा अन्य पारिवारिक आयोजन हों तो चैनल के विभिन्न विभागों के इंचार्ज एवं रिपोर्टरों को निमंत्रण कार्ड बांटने होंगे। अगर कोई भी कार्ड बंटने से रह जाने या किसी के कार्ड को किसी और के यहां पहुंच जाने जैसी गलतियों को माफ नहीं किया जायेगा और दोषी की सैलरी काट ली जायेगी या उसे नौकरी से निकाल दिया जायेगा।

3. चैनल में काम करने वाली महिला पत्रकारों को बारी-बारी से हमारी दुकानों और शो रूम में काम करना होगा। अगर जरूरत पड़े तो हमारी कंपनी की ओर से बनाये जाने वाले सामान को बेचने के लिये मार्केटिंग भी करनी होगी।

4. ढिबरी चैनल में योग्यता एवं काबिलियत से वेतन तय होगा। इसका फामूर्ला यहां दिया जा रहा है ताकि किसी तरह के विवाद की गुंजाइश नहीं रहे। अगर कोई व्यक्ति हमारे चैनल में मुफ्त में काम करने वाले 100 लड़के-लड़कियों का जुगाड़ कर लेता है तब उसके मासिक वेतन-भत्ते पांच लाख रुपये होंगे। अगर कोई व्यक्ति दो-दो हजार रूपये के मासिक मेहनताने पर 100 लड़के-लड़कियों को लाता है तब उसका वेतन पहले वाले से आधा हो जायेगा। अगर किसी व्यक्ति के लाये हुये कुछ लड़के-लड़की कहीं और चले जाते हैं तो इसकी प्रतिपूर्ति पांच दिन के भीतर हो जानी चाहिये अन्यथा वेतन काट लिया जायेगा।

5. सभी पत्रकारों एवं प्रोड्यूसरों को अपने के वेतन के हिसाब से विज्ञापन लाना होगा। जिसका जितना वेतन होगा उससे कम से कम पांच गुना विज्ञापन हर माह लाना होगा। अगर कोई किसी महीने कम विज्ञापन लाता है तो दूसरे महीने अधिक विज्ञापन लाने होंगे अन्यथा कंपनी को होने वाले नुकसान का पांच गुना पैसा उसके वेतन से काट लिया जायेगा।

6. हमें चुगलीखोर लोग विशेष तौर पर पसंद हैं। सभी प्रोड्यूसरों, रिपोर्टरों एवं एंकरों को चुगलीखोरी में माहिर होना होगा और मेरे पास आकर दफ्तर में काम करने वाले लोगों की चुगली करनी होगी। खबर या दफ्तर के काम के बारे में विचार करने के लिये अगर कोई मेरे पास नहीं आये तब मुझे कोई आपत्ति नहीं होगी, लेकिन अगर कोई चुगलीखोरी एवं जी हुजूरी के लिये अगर हमारे पास नहीं आया तो उसे क्षमा नहीं किया जायेगा। जो जितनी अच्छी चुगली एवं जी हुजूरी करेगा उसे उतनी जल्दी सैलरी हाइक होगी और उसके चैनल प्रमुख बनने की संभावना उतनी ही अधिक होगी। चुगली सुनने के लिये हम रात एक बजे भी उपलब्ध होंगे।

7. चैनल में काम करने वाले किसी को भी और कभी भी हमारे घर पर काम करने के लिये बुलाया जा सकता है। घर में काम करने के लिये आते समय जो पत्रकार अपने पैसे से फल-सब्जी, मिठाइयां और दाल-चावल लेते आयेंगे उन्हें पदोन्नति देने के मामले में वरीयता दी जायेगी।

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8. जैसा कि पहले बताया गया है हम अपने पिता ढिबरी लाल का नाम अमर करने के लिये ढिबरी चैनल नामक फर्म शुरू कर रहें है, इस लिये हमारे परम लक्ष्य को साकार करने की कोशिश चैनल में काम करने वाले हर व्यक्ति को करनी होगी।

9. हम चाहते हैं कि आने वाली पीढ़ी हमारे पिताजी का नाम इज्जत से लें। चूंकि हमारे पिताजी की कोई इज्जत रही नहीं, ऐसे में हम अपने चैनल के जरिये हर इज्जतदार और ईमानदार व्यक्ति की इज्जत उतारने का काम करेंगे ताकि कोई अन्य अपने पास इज्जत और ईमान होने का दावा नहीं कर सके। ऐसे में लोगों को मजबूरी में हमारे पिताजी को सबसे ज्यादा इज्जतदार एवं ईमानदार मानना होगा। इसके लिये जरूरत पड़े तो स्टिंग आपरेशन, फर्जी सीडी, एमएमएस जैसे उपायों का सहारा लिया जा सकता है। मिसाल के तौर पर जैसे ही कोई ईमानदार बनने की कोशिश करे उसकी तत्काल फर्जी सीडी बनाकर मार्केट में उतार दिया जाये और सीडी को दिन रात ढिबरी चैनल पर दिखाया जाये।

10. हालांकि हमारा चैनल खबरिया चैनल है, लेकिन हमारे चैनल पर खबरें नहीं होंगी। खबरों का इस्तेमाल फिलर के तौर पर होगा। अंधविश्‍वास और जादू-टोने, नाग-नागिन, भूतहा हवेलियों, पुनर्जन्म, योगियों-भोगियो-बाबाओं आदि पर विशेष लाइव कार्यक्रमों को प्रसारित करने के बाद अगर कुछेक मिनट का समय बच जाये तो एकाध खबरें दी जा सकती है ताकि हमें न्यूज चैनल के नाम पर सरकार से मिलने वाली सुविधायें, रियायतें और बेल आउट पैकेज आदि जारी रहे।

11. अगर देश या विदेश में किसी मंत्री, उ़द्योगपति, करोड़पति, क्रिकेट खिलाडी या फिल्म स्टार आदि के परिवार में शादी-विवाह या तलाक आदि के आयोजन होते हैं तब उसका ढिबरी चैनल पर नॉन स्टाप दिन रात प्रसारण होगा। जो रिपोर्टर शादी के बाद होने वाले दुल्हा-दुल्हन के बेड रूम कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण करने का इंतजाम कर लेगा उसे उसी समय चैनल प्रमुख बना दिया जायेगा और उसकी सैलरी दोगुनी कर दी जायेगी। अगर किसी बड़े आदमी या किसी सेलिब्रिटी के यहां शादी या तलाक के आयोजन नहीं हो रहे हैं तो उन्य लोगों के यहां होने वाले पत्नियों के हाथों पतियों की पिटाई, किसी व्यक्ति की बीबी और मासूका के बीच होने वाले सिर फुटौव्वल, किसी घर की लड़की के एमएमएस, नौकरानी के साथ छेड़खानी आदि का प्रसारण किया जा सकता है।

(जारी)

लेखक विनोद विप्लव पत्रकार, कहानीकार एवं व्यंग्यकार हैं।

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