अरविंद केजरीवाल के खुलासे अब तमाशे बन कर रह गए हैं

आम आदमी पार्टी की घोषणा के साथ ही अरविंद केजरीवाल बार-बार कह रहे हैं कि उनका उद्देश्य सत्ता प्राप्त करना नहीं वरन् व्यवस्था परिवर्तन करना है। केजरीवाल व्यवस्था परिवर्तन की बात ऐसे कर रहे हैं जैसे मानो व्यवस्था कोई घर का बर्तन है, जिसे बदल कर नया बर्तन ले आएंगे। माना सारी बीमारियों की जड़ अंग्रेजों द्वारा दी गई यह व्यवस्था ही है, मगर क्या इसे बदलना इतना आसान है जितना केजरीवाल समझ रहे हैं?