आतंकवाद से निपटने के तौर-तरीकों पर राजनीतिक खींचतान बढ़ने लगी है। हैदराबाद में हुए आतंकी विस्फोटों के बाद केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने बहुविवादित राष्ट्रीय आतंक निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) का सुर्रा एक बार फिर छोड़ दिया है। इसको लेकर कांग्रेस के कई नेताओं ने तेजी से लॉबिंग भी शुरू कर दी है। केंद्रीय वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने एक दौर में इस योजना को लागू कराने की खास पहल की थी। लेकिन, गैर-कांग्रेसी राज्यों की सरकारों ने इसका भारी विरोध किया था। इस राजनीतिक पंगे के चलते यह योजना लंबित हो गई थी। अब इसको लेकर फिर नए सिरे से पहल हो रही है। इस पर विपक्षी दलों ने एकबार फिर लामबंदी शुरू की है।