मेरे एक मित्र हैं. नाम नहीं बताऊंगा. बस इतना बताऊंगा कि वे भी मेरी तरह दर्जनों बार मदिरा त्याग करने की कसम खा चुके हैं. और, वे भी मेरी तरह मदिरा पान करते हुए पीने की मात्रा का अक्सर आकलन नहीं कर पाते जिस वजह से वह 'अति मदिरा सेवन' नामक बीमारी से ग्रस्त हो जाते और इसके कारण तरल पदार्थ भारी मात्रा में उदरस्थ करते हुए काफी देर बाद खुद बिस्तर पर अस्त हो जाते.