लखनऊ : ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित हिन्दी के मशहूर व्यंग्यकार श्रीलाल शुक्ल का शुक्रवार को सुबह एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 86 वर्ष के थे तथा पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। दस दिन पहले ही उत्तर प्रदेश के राज्यपाल बी.एल. जोशी ने उन्हें अस्पताल में ही ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया था। श्रीलाल शुक्ल अपने पीछे एक पुत्न तथा तीन पुत्नियों का भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनकी पत्नी का निधन कुछ वर्ष पहले ही हो चुका है।