नेता जी के सख्त तेवरों के चलते सरकार ने लिया ‘यू-टर्न’

सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव और केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा के बीच चली जुबानी जंग की ‘गाज’ महिला सुरक्षा विधेयक के कुछ प्रावधानों पर गिर गई है। वर्मा के तीखे बयानों से नाराज मुलायम आर-पार के फैसले की मानसिकता में आते लगे, तो सरकार के रणनीतिकारों ने उनकी मनुहार शुरू कर दी। इसी के चलते प्रस्तावित महिला सुरक्षा विधेयक के वे प्रावधान हटाए जा रहे हैं, जिनको लेकर सपा सुप्रीमो एकदम गरजने-बरसने लगे थे। अब सरकार विवादित प्रावधानों को बदलकर ही इसे संसद में पेश करने जा रही है। सरकार की इस ‘फुर्ती’ के पीछे सपा की नाराजगी एक बड़ी वजह मानी जा रही है।

आपराधिक कानून संशोधन विधेयक पर ‘पंगा’ बरकरार!

लंबी जद्दोजहद के बाद आखिर आपराधिक कानून संशोधन विधेयक पर कैबिनेट की मुहर लग गई है। इस विधेयक के कई मसौदों पर मंत्रिमंडल के बीच मतभेद चले आ रहे थे। इसी के चलते विधेयक के मसौदे पर कैबिनेट की मंजूरी नहीं मिल पा रही थी। मंगलवार को कैबिनेट की विशेष बैठक बुलाई गई थी। लेकिन, इसमें भी मतभेद बरकरार रहे थे।

भारतीय हौंसले की अग्नि परीक्षा!

मामला सीधे तौर पर मुल्क के स्वाभिमान से जुड़ जाए, तो छोटी-सी बात बहुत बड़ी बन जाती है। ऐसा ही कुछ दो इतालवी नौसैनिकों के मामले को लेकर हो रहा है। इटली सरकार भारत के कानून को ठेंगा दिखाने पर उतारू हो गई है। उसने दिल्ली के तमाम राजनीतिक और  कूटनीतिक दबाव के बाद भी अपना रवैया बदलने के संकेत नहीं दिए। जबकि इस मुद्दे को लेकर भारतीय संसद में बड़ा बवेला मच गया है।

किसान कर्ज घोटाले पर कांग्रेसी सांसदों को भी आया गुस्सा!

संसद के इस बजट सत्र में भी घोटालों के चलते लग रहे राजनीतिक निशानों से यूपीए सरकार हलकान हो गई है। पिछले वर्षों से यह सिलसिला चला आ रहा है कि संसद के लगभग हर सत्र में सरकार नए-नए घोटालों की चपेट में आ जाती है। मंगलवार को संसद में नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की एक रिपोर्ट रखी गई। किसान कर्ज माफी की योजना में अरबों रुपए के घोटाले की आशंका जाहिर की गई है। क्योंकि इस योजना के बहाने तमाम फर्जीवाड़ा किया गया है। कैग ने कुछ मामलों को नमूनों के तौर पर परखा था, परीक्षण में पाया गया है कि करीब 20-22 प्रतिशत मामलों में भारी गड़बड़ी हुई है।

शायद युवा पुलिस अधिकारी ने यह ‘दुस्साहस’ किया था?

देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की चर्चा आजकल नकारात्मक वजहों से ज्यादा होने लगी है। यह सिलसिला लंबे समय से चलता आ रहा है। कई बार इसकी भौंड़ी राजनीतिक तस्वीर सड़क से चलकर संसद तक पहुंच जाती है। राज्य में सपा और बसपा दो प्रमुख ताकतवर दल हैं। इनके बीच अक्सर तूफानी मोर्चों की रार खड़ी हो जाती है। प्रतापगढ़ जिले में हुए एक ताजा आपराधिक हादसे को लेकर सियासी तमाशे का तमाम नंगा नाच शुरू हो गया है।

मात्र पांच हजार रुपये में अपना खर्च चलाता है यह मुख्‍यमंत्री

क्या आप एक ऐसे मुख्यमंत्री की कल्पना कर सकते हैं? जिसके पास न बैंक बैलेंस हो, न रहने के लिए चमक-दमक वाली कोठी हो और न ही खास बात करने के लिए मोबाइल तक हो। निजी संपत्ति के नाम पर उनके पास 400 वर्ग फुट में बना एक टिन का टप्परभर है। यह ठौर-ठिकाना भी इन्हें अपनी मां से विरासत में मिला है। वे चौथी बार मुख्यमंत्री बने हैं। लेकिन, उनके निजी जीवन की खांटी सादगी में कोई अंतर नहीं आया।

बजट में चिदंबरम ने ‘संतुलन’ साधने की कर दी है सर्कस!

वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने 2013-14 के प्रस्तुत किए गए बजट में काफी चतुराई दिखाने की कोशिश की है। उन्होंने तमाम बजट पूर्वानुमानों को खासे झटके दिए हैं। सत्तारूढ़ कांग्रेस के हलकों में पक्के तौर पर उम्मीद की जा रही थी कि वित्तमंत्री इनकम टैक्स में कर छूट का दायरा जरूर बढ़ाएंगे। ताकि चुनावी वर्ष में पार्टी की राजनीति को ज्यादा चमकदार बनाया जा सके। लेकिन वित्तमंत्री ने इन उम्मीदों पर पूरी तरह से पानी फेर दिया। इनकम टैक्स के स्लैब में भी कोई बदलाव नहीं किया गया। इतना जरूर हुआ कि उन्होंने एक करोड़ रुपए से अधिक की आय वाले अमीरों पर दस प्रतिशत का सरचार्ज ठोंक दिया है। मध्यवर्ग को वित्तमंत्री ने कोई राहत तो नहीं दी। यदि यह वर्ग चाहे, तो अमीरों पर ज्यादा टैक्स लगने से अपने मन को कुछ तसल्ली दे ले।

जांच की जद में फंसा जांबाज हीरो!

वायुसेना के पूर्व प्रमुख एसपी त्यागी एक जांबाज योद्धा रहे हैं। अपने लंबे करियर में उन्होंने बहादुरी और हुनर के कई कमाल दिखाए हैं। इसके चलते उन्हें कई विशिष्ट सम्मान भी मिल चुके हैं। 2007 में रिटायर होने के बाद वे आराम से अपनी जिंदगी व्यतीत कर रहे थे। लेकिन, इसी बीच उनके जीवन में भारी उथल-पुथल मच गया। क्योंकि एयरचीफ मार्शल (रि.) त्यागी और उनके करीबी परिजन बहुचर्चित हेलीकॉप्टर सौदे की दलाली के आरोप में फंस गए हैं।