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सवा करोड़ की रोटी खा जाते हैं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री

[caption id="attachment_2293" align="alignleft" width="85"]शेषजीशेषजी[/caption]मुंबई : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री मिल कर साल में सवा करोड़ रुपये का खाना खा जाते हैं और इसका भुगतान उनकी अपनी कमाई से नहीं, सरकारी खजाने से होता है. इसके लिए बाकायदा सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से टेंडर निकाल कर इंतज़ाम किया जाता है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के निवास, ‘वर्षा’ और उप मुख्यमंत्री के निवास ‘रामटेक’ नामक बंगलों में साल भर के खाने का खर्च एक करोड़ पचीस लाख के करीब आता है. यह तो एक सरकारी अंदाज़ पर आधारित है. सच्च्चाई यह है कि इस अनुमान में करीब 10 फीसदी की वृद्धि भी हो सकती है. सरकारी खजाने से खाने का यह खर्च कोई चोरी छुपे नहीं होता.

शेषजी

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मुंबई : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री मिल कर साल में सवा करोड़ रुपये का खाना खा जाते हैं और इसका भुगतान उनकी अपनी कमाई से नहीं, सरकारी खजाने से होता है. इसके लिए बाकायदा सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से टेंडर निकाल कर इंतज़ाम किया जाता है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के निवास, ‘वर्षा’ और उप मुख्यमंत्री के निवास ‘रामटेक’ नामक बंगलों में साल भर के खाने का खर्च एक करोड़ पचीस लाख के करीब आता है. यह तो एक सरकारी अंदाज़ पर आधारित है. सच्च्चाई यह है कि इस अनुमान में करीब 10 फीसदी की वृद्धि भी हो सकती है. सरकारी खजाने से खाने का यह खर्च कोई चोरी छुपे नहीं होता.

इसके लिए राज्य सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग से इंतज़ाम किया जाता है. इस साल भी नया वित्त वर्ष शुरू होने के पहले सरकार की ओर से टेंडर निकाले गए लेकिन पिछली बार के रिकॉर्ड के अनुसार ठेकेदार परेशान हो गए और इस साल कोई भी टेंडर देने नहीं आया. अब दुबारा टेंडर निकाला गया है. इस बार टेंडर में ख़ास तौर पर यह बताया गया है कि जिसके पास केटरिंग का सही लाइसेंस होगा, उसी का टेंडर मान्य होगा. एक हज़ार रुपये के फ़ार्म पर टेंडर बुलाया गया है. टेंडर में बताया गया है कि ठेके की कीमत करीब सवा करोड़ की होगी. सामान्य प्राशसन के सेक्शन अधिकारी एपी अहिरे के नाम से निकाले गए टेंडर में खुलेआम दोनों नेताओं के घर के पते देकर ठेकेदारों को आमंत्रित किया गया है.

लेखक शेष नारायण सिंह वरिष्ठ पत्रकार और स्तंभकार हैं.

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