रुद्रपुर। हल्द्वानी निवासी वरिष्ठ पत्रकार और लेखक आनंद बल्लभ उप्रेती के निधन को पत्रकारों, साहित्यकारों और शिक्षा तथा जनता से जुड़े मुद्दों पर काम करने वाले लोगों ने बड़ी क्षति बताया है। दुर्गा मंदिर स्थित एक प्रतिष्ठान में हुई बैठक में वक्ताओं ने उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर चर्चा की और उन्हें श्रद्धांजलि दी। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि श्री उप्रेती ने नवभारत टाइम्स, दिनमान, हिंदुस्तान, उत्तर उजाला, सहारा समय, नई दुनिया आदि प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं के लिए रिपोर्टिंग की और पहाड़ तथा मैदान की जनता की समस्याओं को मुखरता से उठाया।
वक्ताओं ने कहा कि उन्होंने कई चर्चित पुस्तकें भी लिखीं। वे साहित्यिक, सांस्कृतिक, पत्रकारिता और जनता से जुड़े सवालों पर होने वाले कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर भागीदारी करते थे। जनसरोकारों से वे हमेशा संबद्ध रहे। वरिष्ठ पत्रकार और जनसरोकारों को समर्पित एस राजेन टोडरिया के हाल ही में निधन के बाद उत्तराखण्ड की परेशानहाल जनता और लेखन तथा पत्रकारिता के लिए उप्रेती का निधन बहुत बड़ी क्षति है। वक्ताओं ने कहा कि टोडरिया और उप्रेती को सच्ची श्रद्धांजलि यह होगी कि संवेदनशील और न्यायपसंद लोग एकजुट होकर कलम के इन सिपाहियों तथा कुछ अन्य अच्छे लेखकों, पत्रकारों, जनआंदोलनकारियों की स्मृति में ट्रस्ट आदि बनाकर इनके मिशन को आगे बढ़ाने के लिए आज के और आने वाले कल के लोगों को तैयार करे।
बैठक में वरिष्ठ कवि और कथाकार तथा सरदार भगत सिंह राजकीय स्नातकोत्तर कॉलेज में हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो0 शंभूदत्त पांडे ‘शैलेय’, ललित जोशी, ललित मोहन तिवारी, खेमकरण ‘सोमन’, अयोध्या प्रसाद ‘भारती’, कस्तूरीलाल तागरा, बीसी सिंघल, हरप्रसाद पुष्पक, प्रह्लाद सिंह कार्की, अरविंद सिंह, मुकुल, अविनाश गुप्ता, राजेश प्रधान, चंद्रिका भारती, दीपिका भारती, देवेंद्र ‘अर्श’ आदि थे।