मुंबई : देश का मीडिया और मनोरंजन उद्योग 2013 में 11.8 फीसदी बढ़कर 917 अरब रुपये का हो जाएगा. यह खुलासा शुक्रवार को जारी फिक्की-केपीएमजी मीडिया और मनोरंजन 2013 की रिपोर्ट से हुई. रिपोर्ट के मुताबिक डिजिटलीकरण, क्षेत्रीय मीडिया के लगातार विकास, फिल्म क्षेत्र, नए मीडिया कारोबार की तेज वृद्धि और आगामी चुनाव के कारण इस उद्योग में विकास होगा. रिपोर्ट के मुताबिक इस उद्योग का आकार 2011 में 728 अरब रुपये था, जो 2012 में 12.6 फीसदी वृद्धि के साथ 820 अरब रुपये हो गया.
रिपोर्ट के मुताबिक इस उद्योग का हर साल 15.2 फीसदी चक्रवृद्धि दर से विकास होगा और 2017 तक इसका आकार बढ़कर 1,661 अरब रुपये तक हो जाएगा. फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की मीडिया और मनोरंजन समिति के अध्यक्ष उदय शंकर ने कहा, "वर्ष 2012 हाल के सबसे कठिन वर्षो में से एक था. लेकिन मीडिया और मनोरंजन उद्योग के लिए यह एक विशेष वर्ष साबित हुआ. इस दौरान उद्योग के सभी क्षेत्रों में बेहतर विकास हुआ."
उन्होंने कहा, "इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि डिजिटीकरण से प्रसारण में बुनियादी बदलाव होगा, फिल्म कारोबार का आकार बढ़ा है और देश में रेडिया और प्रिंट कारोबार का विकास दुनिया के अन्य क्षेत्रों के मुकाबले बेहतर है." रिपोर्ट के मुताबिक, रेडियो के क्षेत्र में 2012 से 2017 के बीच 16.6 फीसदी सलाना चक्रवृद्धि विकास दर का अनुमान है. (एबीपी)