श्रीलाल होने का अर्थ

श्रीलाल शुक्ल के निधन से पूरा साहित्य जगत स्तब्ध है, क्योंकि वह जिस स्तर के रचनाकार थे, वैसे रचनाकार विरले ही होते हैं। हमारे साथ उनकी कृतियां हैं, जो हमें उनके होने की महत्ता की याद दिलाती रहेंगी। मैं उनसे बहुत घनिष्ठ रूप से नहीं जुड़ा था, लेकिन अकसर हम लोग विभिन्न गोष्ठियों वगैरह में मिलते रहते थे। उनके साथ जिए कुछ पलों के बड़े ही बेहतर संस्मरण हैं।