वर्धा यूनिवर्सिटी में अध्‍यापक ने की छात्रा से छेड़छाड़, प्रबंधन मामला दबाने में जुटा

 

: कानाफूसी : हमेशा विवादों में रहनेवाले महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा में आजकल एक अध्यापक द्वारा एक छात्रा के यौन-उत्पीड़न का मामला दबे मुंह चर्चा में है। साहित्य विभाग के एक युवा असिस्टेंट प्रोफेसर ने स्त्री अध्ययन विभाग की एक छात्रा को पढ़ाने के बहाने अपने घर बुलाकर उसके साथ कई बार शारीरिक छेड़छाड़ की और चुप रहने की धमकी भी दी। यहीं नहीं इस अध्यापक ने अपने प्रभावों का इस्तेमाल करके उस लड़की को एम.ए. कोर्स में फेल भी करा दिया। 

श्रीलाल शुक्‍ल और राग दरबारी एक दूसरे के पर्याय हैं

वर्धा : भारतीय साहित्‍य को ‘राग दरबारी’ जैसी कालजयी रचना देने वाले पद्मभूषण व ज्ञानपीठ पुरस्‍कार से सम्‍मानित प्रख्‍यात साहित्‍यकार एवं व्‍यंग्‍यकार श्रीलाल शुक्‍ल के निधन पर महात्‍मा गांधी अंतरराष्‍ट्रीय हिंदी विश्‍वविद्यालय, वर्धा में वैचारिक विमर्श कर श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। विवि के साहित्‍य विद्यापीठ द्वारा आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में श्रीलाल शुक्‍ल की 86 वर्ष की आयु में निधन होने पर विवि के कुलपति विभूति नारायण राय ने शोक संदेश में कहा कि उनका निधन साहित्‍य जगत व भारतीय समाज के लिए अपूरणीय क्षति है, जिसकी भरपायी शायद ही हो पाएगी।

संगमनगरी की फिजा में फैल गया ‘फ़ैज़’ का फ़ैज़

: हिंदी विश्‍वविद्यालय द्वारा आयोजित जन्‍मशती समारोह में जुटे दिग्‍गज साहित्‍यकार :  शहर इलाहाबाद और यहां की अदबी रवायत व गंगा-जमुनी तहज़ीब के लिए 22 व 23 अक्‍टूबर का दिन यादगार बन गया क्‍योंकि ‘हम मेहनतकश जगवालों से जब अपना हिस्‍सा मांगेंगे/ इक खेत नहीं देश नहीं, सारी दुनिया मांगेंगे,/ बोल की लब आजाद हैं तेरे…/ बोल की जां अब तक तेरी है…’ जैसी विश्‍व क्‍लासिक शायरी रचने वाले फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ के जन्‍मशती के अवसर पर महात्‍मा गांधी अंतरराष्‍ट्रीय हिंदी विश्‍वविद्यालय, वर्धा व प्रगतिशील लेखक संघ के सहयोग से दो दिवसीय अंतरराष्‍ट्रीय समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें पाकिस्‍तान, जर्मनी सहित भारत के नामचीन अदीबों ने विमर्श किया।