बिहार के रोसड़ा में आज 25 नवम्बर 2008 को अपराधियों के गोली का शिकार बने पत्रकार विकास रंजन की 5वीं पुण्यतिथि मनायी गई। क्षेत्रीय संघर्ष मोर्चा नामक संगठन के स्थानीय कार्यालय पर उपस्थित होकर विकास रंजन की पत्रकारिता से आस्था रखनेवालों ने उन्हें श्रद्धा-सुमन अर्पित किये। समस्तीपुर जिला के शिवाजीनगर प्रखंड से पत्रकारिता की शुरूआत करनेवाले विकास रंजन की हत्या अपराधियों ने वर्ष 2008 में 25 नवम्बर को उस समय कर दी थी जब वे रोसड़ा शहर के सत्यपाल शिशु मंदिर रोड स्थित हिन्दी दैनिक ‘हिन्दुस्तान’ के कार्यालय से निकलकर अपनी बाईक की ओर बढ़ रहे थे।
रोसड़ा अनुमंडल मुख्यालय से हिन्दी दैनिक 'हिन्दुस्तान' के लिये कार्य कर रहे विकास रंजन की हत्या के बाद हर साल उनकी पुण्यतिथि पर आयोजित होने वाली श्रद्धांजलि सभा का स्थान इस बार बिना किसी सूचना के आनन-फानन में बदल दिये जाने से इस वर्ष विकास रंजन से जुड़े लोग शोक-श्रद्धांजलि सभा में नहीं पहुंच सके। पूर्व के वर्षों में घटनास्थल के समीप ही शहर के लोग इकट्ठे होकर पत्रकारिता के लिए जान गंवा देनेवाले विकास रंजन को श्रद्धांजलि अर्पित किया करते थे। लेकिन इस बार पता नहीं किसकी नजर में खोट आ गई कि उसे मृतक पत्रकार की शख्सियत से भी चुभन होने लगी और बड़े शातिर वाले अंदाज में इस वर्ष आयोजन स्थल को ही गुपचुप तरीके से बदल दिया गया।
आयोजन स्थल को बदले जाने के निर्णय की आलोचना करते हुए पत्रकार मणिशंकर कुमार एवं संजीव सिंह कहते हैं कि ऐसा करने के पीछे चाहे किसी की जो भी मंशा रही हो लेकिन इसके कारण दिवंगत पत्रकार से जुड़े लोगों के दिल पर चोट पहुंची है। घटनास्थल पर इस वर्ष शोक-श्रद्धांजलि सभा नहीं होने से शहर के लोग दिग्भ्रमित हो गये और मजबूर होकर लोगों ने घटनास्थल पर ही श्रद्धासुमन अर्पित कर दिवंगत पत्रकार को याद किया।
शहर में व्याप्त चर्चा के मुताबिक श्रद्धांजलि सभा का स्थान परिवर्त्तन एक संकीर्ण मानसिकता के पत्रकार के इशारे पर क्षेत्रीय संघर्ष मोर्चा के कर्त्ताधर्त्ता द्वारा किया गया है। क्योंकि शहर में यह बात किसी से छिपी हुई नहीं है कि क्षेत्रीय संघर्ष मोर्चा का कार्यालय शहर के एक विवादित मकान में है। एक स्थानीय पत्रकार के समर्थन में इस विवादित मकान पर कब्जा जमाने में इस संगठन के कर्त्ताधर्ताओं ने अहम भूमिका निभाई थी जिसके बाद से पत्रकार महोदय द्वारा उस विवादित मकान को क्षेत्रीय संघर्ष मोर्चा नामक संगठन के स्थानीय कार्यालय के लिये दे दिया गया है। इन सब कारणों से इस संगठन के प्रति लोगों में तरह-तरह की भावनाएं बलवती होती जा रही है।
समस्तीपुर से विकास कुमार की रिपोर्ट