Zafar Irshad : कानपुर में सत्ताधारी पार्टी के एक नेता हुआ करते थे, मीडिया के इतने शौक़ीन कि कैमरा या पत्रकार को देख ले, तो आप उनसे सीरिया के गृह युद्ध से लेकर अमरीका की इकॉनमी तक पर बयान ले लो…अगर आपका कोई सवाल उनकी समझ में नहीं आता था तो वो उस पत्रकार से ही पूछ लिया करते थे..बताओ क्या बयान देना है.?
सुबह से ही घर पे सूट पहन कर बैठ जाते, और मीडिया का इंतज़ार करते रहते..मीडिया भी उन्हें ढूँढता रहता था, क्योंकि जिस टेढ़े सवाल का जवाब देने से मुलायम-अखिलेश-आज़म जैसे लोग बचते थे..नेता जी फ़ौरन दे देते थे, फिर पूरा दिन टीवी चैनल पर छाए रहते थे…
आज गांधी जयंती के दिन बेचारे शहीद हो गए, उनको पार्टी ने उनके बडबोले पन की वजह से पार्टी के संगठन और जो उन्हें कैबिनेट मंत्री स्तर का पद मिला था, दोनों से बर्खास्त कर दिया…बेचारे नेता जी– हम मीडिया वालो पर सपा ने ज़ुल्म किया, अब हम किस्से लिया करेंगे बयान….
कानपुर के वरिष्ठ पत्रकार जफर इरशाद के फेसबुक वॉल से.