देश की मीडिया में संभवतः पहली बार कहीं ऐसा कुछ छप रहा है, जिसे आज भड़ास छाप रहा है. यह एक अखबार की इनटरनल रिपोर्ट है. इसे अखबार में कार्यरत और वरिष्ठ पद पर तैनात एक सज्जन ने तैयार किया है. उनका नाम फिलहाल यहां नहीं दिया जा रहा है. उन महोदय ने कितनी आसानी से छंटनी के लिए अपने साथी पत्रकारों के नाम गिनाए हैं और छंटनी के कारण के लिए उन पत्रकारों की बुराई गिनाई है, साथ ही इन लोगों की छंटनी की सिफारिश कर दी है.
मीडिया का मतलब धंधा है और धंधा है तो गंदा भी होगा. दुख ये कि जिस मीडिया को समाज और सरोकार के प्रतिरूप के बतौर माना गया, जाना गया, उसे अब पूरी तरह धंधेबाजों ने अपने हाथों में ले रखा है. चिटफंडिये, हत्यारे, भ्रष्टाचारी, बनिया, कारपोरेट, नेता… यही लोग आजकल मीडिया के मालिक बने हुए हैं और इनका एकमात्र लक्ष्य केवल पावर और पैसा है. वे इसी मकसद को हासिल करने के लिए मीडिया मालिक बने रहेंगे, प्रशासन और सिस्टम से गठजोड़ कर अपने स्वार्थ की पूर्ति करते रहेंगे. फिलहाल तो आप यह इंटरनल रिपोर्ट पढ़िए, आज समाज अखबार की, जिसमें पत्रकारों के नाम, उनकी सेलरी, उनके काम आदि के बारे में बताते हुए उनकी छंटनी की सिफारिश की गई है.
ये इंटरनल रिपोर्ट जिन सज्जन ने तैयार की है, वे अगर नंबर एक पर खुद का नाम लिखते और खुद की छंटनी कर दिए जाने का वाजिब कारण बताते तो शायद उनके प्रति हम सबका सम्मान बढ़ जाता. लेकिन जैसा कि दौर चल रहा है, लोग अपनी बचाने में दूसरों की बलि चढ़ाने के लिए तत्पर रहते हैं. रिपोर्ट बनाने वाले सज्जन ने इसे अपनी मीडिया कंपनी के सीईओ के पास भेज दिया है. रास्ते में कहीं से भड़ास ने इस रिपोर्ट को लपक लिया, जो आपके सामने पेश है.
-यशवंत, एडिटर, भड़ास4मीडिया
रिपोर्ट.
सीईओ सर
महोदय, अखबार के खर्चों में हो रही लगातार बढ़ोत्तरी को ध्यान में रख कर कार्यकारी निदेशक श्री राकेश शर्मा द्वारा कटौती करने के जो निर्देश मिले थे उसी के अनुसार एक लिस्ट बनायी है। इसे लागू करने से एडिटोरियल कास्ट में करीब करीब पौने तीन लाख रुपये की हर महीने बचत हो जायेगी। वैसे इनके न रहने से काम में किसी भी तरह का कोई भी असर देखने को नहीं मिलेगा।
सादर
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बन्दे जिन्हें हटाना है
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श्री बलवंत तक्षक …….75 हज़ार रुपये
ये जनाब कुछ भी काम नहीं करते हैं। शाम को छह बजे ऑफिस आते हैं। रोज एक उपन्यास पढ़ते हैं और घर चले जाते हैं। बीच-बीच में ऑफिस के लॉन में घूमते हैं। इनसे जब कोई पेज चेक करवाने जाता है तो यह कह कर टाल देते हैं कि किसी और को दिखा लें। पिछले छह महीने में इनका किसी तरह का कोई यागदान नहीं रहा है। हाल ही में तो इन्होंने एक सब एडिटर को हरिभूमि रोहतक भी भेजा है। इन्हें यहाँ रखने का कोई भी मतलब नहीं है।
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श्री यशवीर कादियान —- 60 हज़ार रुपये
श्री कादियान का आचरण और व्यवहार बहुत ही ख़राब है। डेस्क के लोग तो तबसे ही इनसे खासे परेशान हैं, जबसे आज समाज का अम्बाला संस्करण शुरू हुआ है। कई बार तो झगड़े तक हुए हैं। हाल ही में इन्होंने खुद ही यह नियम बना लिया था कि ये अब चंडीगढ़ ऑफिस से नहीं, घर से काम करेंगे। ये जनाब अनुशासनहीन भी हैं और जो मन में आता है करते रहते हैं। इनका आज समाज में रहना कहीं से भी उचित नहीं है।
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श्री स्वतंत्र सक्सेना ……60 हज़ार रुपये
श्री सक्सेना के पास भी कोई काम नहीं है। सिर्फ एक एडिट लिखते हैं ये। वो भी सिर्फ चार सौ शब्दों का। ये नहीं भी रहेंगे फिर भी हमारा काम चल जायेगा। वैसे काम न करने के कारण इन्हें पहले भी नोटिस दिया जा चुका है। श्रीमान जी आज कल छुट्टी पर चल रहे हैं।
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श्री मोहन वशिष्ठ ……..23 हज़ार रुपये
ये कहने को आर्ट डिपार्टमेंट के हेड हैं, लेकिन ये जनाब अपनी योग्यता के हिसाब से काम नहीं करते हैं। अकसर गायब रहते हैं, आजकल कहाँ है पता नहीं? सुना है कहीं काम कर रहे हैं। वैसे कहने को नाक की सर्जरी करवाने के लिए मेडिकल लीव पर गये हैं। इन्हें हटाना भी संस्थान के हित में रहेगा।
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श्री संदीप घनघस …स्ट्रिंगर भिवानी ….चार हज़ार रुपये
श्री जीतेन्द्र वालिया …फोटोग्राफर भिवानी ….आठ हज़ार रुपये
श्री बजरंग मीणा …रिपोर्टर फतेहाबाद …आठ हज़ार रुपये
श्री अरुण भरद्वाज …रिपोर्टर सिरसा ….ग्यारह हज़ार रुपये
श्री तारीफ गौतम ….रिपोर्टर हिसार ….आठ हज़ार पांच सौ रुपये
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वेतन घटेगा
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श्री अशोक कुमार …रिपोर्टर ,,,भिवानी ….इनका वेतन दस हज़ार से घटा कर सात हजार किया जा रहा है
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कुल बचत : दो लाख 60 हज़ार पांच सौ रुपये
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इसके अलावा हिसार कलस्टर के अंतर्गत आने वाले सभी फ़ोटोग्राफ़रों के वेतन में भी कटौती की जा रही है ,,,,,विवरण निम्न है
श्री नरेश कुमार ..हिसार ….सात हज़ार रुपये …..अब इन्हें कुल चार हज़ार रुपये दिए जायेंगे
श्री लवली मेहता ….फतेहाबाद ……55 सौ रुपये ….इन्हें अब तीन हज़ार रुपये दिए जायेंगे
श्री सुनील मेहरोत्रा ….जींद …..सात हजार रूपये ….इन्हें अब चार हज़ार रुपये दिए जायेंगे
श्री संजीव शर्मा …..सिरसा ….सात हज़ार रुपये ……इन्हें अब चार हज़ार रुपये
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फ़ोटोग्राफ़रो का वेतन कम करने से कुल बचत होगी : 11 हज़ार पांच सौ रूपये
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कुल बचत : दो लाख 60 हज़ार पांच सौ + 11 हज़ार पांच सौ = दो लाख 72 हज़ार रुपये मात्र