पिथौरागढ़ : धारचूला के विधायक हरीश धामी के गांव मदकोट में आपदा के लिए आया राशन खराब हो जाने के बाद गोरी नदी में फेंक दिया गया. इस घटना के बाद भाकपा माले ने पिथौरागढ़ और मुनस्यारी में विधायक धामी का पुतला जलाकर जोरदार प्रदर्शन किया.
उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में लाभ लेने के लिए इस राशन को कांग्रेसियों ने पिछले काफी समय से अपने कब्जे में रखा था. भाकपा माले ने इस घटना की जांच उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त मुख्य न्यायाधीश के अध्यक्षता में कमेटी बनाकर करने की मांग की है और कहा है कि मुनस्यारी के उपजिलाधिकारी का तत्काल तबादला किया जाए.
इनके रहते मुनस्यारी में निष्पक्ष पंचायत चुनाव होना संभव नहीं है. माले के नगर इकाई के आह्वान पर पार्टी कार्यकर्ता गांधी चौक में जमा हुए. कार्यकर्ताओं ने नगर सचिव सुशील खत्री के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. गांधी चौक में माले कार्यकर्ताओं ने गोरी नदी में आपदा के राशन को खराब होने के बाद फेंकने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग भी की है. इस मौके पर हुई सभा में पार्टी के जिला सचिव जगत मर्तोलिया ने कहा कि पंचायत चुनाव से पूर्व आपदा का राशन बांटकर राजनीतिक लाभ लेने की मंशा से कांग्रेसियों ने इस राशन को प्रशासन के साथ सांठ-गांठ करते हुए अपने कब्जे में रखा था.
29 दिसंबर को मदकोट में विधायक के मुख्य कर्ताधर्ता कांग्रेस नेताओं ने राशन बांटना शुरू किया तो पता चला कि राशन खराब हो चुका है. फिर इस खराब हुए राशन को मजदूरों के जरिए गोरी नदी में फेंकने लगे. उन्होंने कहा कि विधायक के दबाव में मुनस्यारी के उपजिलाधिकारी ने राशन वितरण के लिए एक कमेटी बनाई थी. उस कमेटी के सदस्य जो मदकोट में रहते हैं और विधायक के नजदीकी है.
उनकी ओर इशारा करते हुए कहा कि इन्होनें आपदा प्रभावितों के राशन को समय से बंटवाने की जगह राशन को मदकोट के एक गोदाम में रखा. रविवार को गोदाम से राशन बांटने के लिए मदकोट के लोंगो को बुलाया गया तो पता चला कि 90 प्रतिशत राशन खराब हो चुका है. उन्होंने कहा कि जिले में पटवारी से लेकर डीएम तक विधायक और कांग्रेस सरकार के दबाव में है. इसलिए हमें प्रशासनिक जांच पर कोई भरोसा नहीं है. इस घोटाले की जांच के लिए न्यायिक जांच जरूरी है. उन्होंने कहा कि यह तो मात्र एक घटना है. धारचूला और मुनस्यारी में कांग्रेसियों के घरों और गोदामों में अभी भी आपदा का राशन सड़ रहा है. भाकपा माले के नगर सचिव सुशील खत्री ने कहा कि आपदा के नाम पर आए राशन के घोटाले की उच्चस्तरीय जांच जरूरी है, तभी पता चलेगा कि इसमें किन-किन नेताओं ने हाथ धोए है.
इस मौके पर भाकपा माले के जिला प्रवक्ता गोंविंद कफलिया, हीरा सिंह मेहता, भूपेंद्र बिश्ट, विरेंद्र बिश्ट, सुरेंद्र वर्ती, अभिशेक पुनेठा, रेखा उप्रेती, नीरू पाठक, बसंती सौन, रोहित बिश्ट, विनोद तिवारी, विनय भट्ट, मुकुल, मौजूद थे. इधर मुनस्यारी में भाकपा माले के ब्लॉक सचिव सुरेंद्र बृजवाल के नेतृत्व में शास्त्री चौक पर विधायक का पुतला जलाया गया. इस मौके पर हुई सभा में माले नेता बृजवाल ने कहा कि आपदा के समय सीमांत के लोगों को 100 रुपये किलो चावल खाना पड़ा. विधायक के संरक्षण में हजारों कुंटल चावल और आटा कांग्रेसियों ने गोदामों में सड़ने दिया. उन्होंने कहा कि मुनस्यारी के एसडीएम की प्रतिक्रिया विधायक की चमचागिरी को साबित करती है.
गोरी नदी में राशन फेंकने वाले कांग्रेसी और क्षेत्रीय विधायक को सीमांत की आपदा के समय भूख से लड़ती जनता कभी भी माफ नहीं करेगी. इस मौके पर नारायण बृजवाल, प्रहलाद दरियाल, हरीश नितवाल, मन्नू पांगती, पंकज बृजवाल, दीपक सिंह, भुवनेश नितवाल, पवन बृजवाल, त्रिलोक बिश्ट, कुंदन कुमार मौजूद थे.